UP Police : बरेली में बुढापे ने नहीं सिस्टम ने तोड़ी कमर, आपबीती सुनाई तो नम हो गई आखें
एक दिन दो बड़ी विपदा। बड़े बेटे का शव फांसी पर लटका मिला और छोटे बेटे व पत्नी उसी दिन हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए।
बरेली, जेएनएन। एक दिन, दो बड़ी विपदा। बड़े बेटे का शव फांसी पर लटका मिला और छोटे बेटे व पत्नी उसी दिन हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए। एक ओर बड़े बेटे की अंत्येष्टि हुई तो दूसरी ओर छोटा बेटा और पत्नी अस्पताल में बेहोश थे। उनके इलाज में जमीन भी बिक गई। अफसरों के चक्कर काटे तो जुलाई में मुकदमा दर्ज हुआ। आरोपित अब तक पकड़े नहीं गए।
कैंट के गांव हरदुआ निवासी बुजुर्ग रमेश चंद्र गुप्ता ने रुधे कंठ से अपनी आपबीती बताई। बोले, बड़ा बेटा सौरभ गुप्ता शहर के एक मॉल में फील्ड आफीसर का काम करता था। उसे कंपनी की ओर से छोटी बिहार में किराए पर कमरा भी मिला था। चार फरवरी को बेटी के घर कथा थी। सभी लोगों को वहां जाना था। दोपहर तक सौरभ से फोन पर बात हुई। अचानक उसका फोन बंद हो गया।
कई कॉल नहीं उठाने पर चिंता हुई तो उसके कमरे में जाकर देखा। वहां दरवाजा खुला था और अंदर पंखे से सौरभ का शव लटक रहा था। यह देख पैर के नीचे की जमीन खिसक गई। सूचना पर पत्नी मिथलेश और छोटा बेटा गौरव घर से स्कूटी पर निकले तो रास्ते में उनका भयंकर एक्सीडेंट हो गया। एक और बड़े बेटे का शव और दूसरी ओर पत्नी व छोटे बेटे की गंभीर हालत। दोनों को अस्पताल में भर्ती करवाया और दूसरे दिन सौरभ का अंतिम संस्कार किया।
पुलिस ने रिपोर्ट में खेल कर मामला खुदकुशी का बता दिया, जबकि उसकी हत्या की गई। पत्नी ओर छोटे बेटे के इलाज में जमीन भी बेचनी पड़ गई। दोनों की जान तो बच गई लेकिन दवा लगातार चल रही है। दूसरी ओर पुलिस अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद जुलाई को नवादा शेखान निवासी ब्यूटी और दो अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। अभी तक पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं की है। बुजुर्ग ने व्यापार मंडल के प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता से मदद मांगी है।