बरेली में त्रिशूल एयरबेस तथा आर्मी एरिया की सुरक्षा कड़ी, हाई अलर्ट पर फोर्स
बरेली में नागरिक क्षेत्र में पुलिस की सतर्क निगहबानी है। हेलीकॉप्टर के जरिए हवा से भी निगरानी की जा रही है। एयरफोर्स किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
बरेली, जेएनएन। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक के बाद बरेली में भी हाईअलर्ट है। भारत की सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच सैन्य क्षेत्र के लिहाज से देश में बेहद अहम बरेली के सभी सैन्य प्रतिष्ठानों और त्रिशूल एयरवेज की सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता कर दी गई है।
यहां पर नागरिक क्षेत्र में पुलिस की सतर्क निगहबानी है। हेलीकॉप्टर के जरिए हवा से भी निगरानी की जा रही है। एयरफोर्स किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
त्रिशूल एयरबेस की निगरानी
त्रिशूल के दोनों मुख्य प्रवेश द्वार पर सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही चाकचौबंद थी। अब यहां तक पहुंचने के लिए भी हथियारबंद सुरक्षाकर्मी लोगों की आइडी चेक कर रहे हैं। संदिग्ध लोगों की तलाशी ली जा रही। सिविल एन्क्लेव की ओर से भी मजदूरों और अन्य लोगों को यहां पर एयरबेस की तरफ मूवमेंट न करने और सभी की वीडियो या फोटोग्राफी न करने की हिदायद दी गई है। बड़ी संख्या में पुलिस को इज्जतनगर थाने में एकत्रित किया गया। चंद मिनट बाद ही एसपी सिटी अभिनंदन सिंह वहां पहुंचे। सभी को वाहनों में बैठने के लिए कहा। उसके बाद सीधे त्रिशूल एयरबेस से सटी कॉलोनी पीर बहोड़ा पहुंचे। जिसके बाद वाहनों को सड़क पर छोड़ फोर्स ने गलियों की तरफ रुख कर लिया गया।
अचानक इतनी पुलिस फोर्स के साथ अधिकारियों को देख लोग भी परेशान हो उठे। किसी अनहोनी की आशंका परेशान हो उठे। हालांकि बाद में उन्हें पता चला कि त्रिशूल एयरबेस की सुरक्षा को लेकर फ्लैग मार्च किया जा रहा है। गश्त के दौरान पुलिस ने पीर बहोड़ा की गलियों में घूमने वालों से भी पूछताछ के साथ ही कुछ स्थानीय लोगों से भी बातचीत की। निर्देशित किया कि उनके घरों में कोई बाहरी, अनजान, रिश्तेदार आए तो पहले उसके बारे में पुलिस को अवगत कराए। स्थानीय लोगों के मूवमेंट पर पुलिस की कड़ी नजर है।
सैन्य क्षेत्र के आम रास्तों पर आइकार्ड जरूरी
उत्तर भारत एरिया मुख्यालय के साथ ही कैंट क्षेत्र में जाट रेजीमेंट सेंटर, जूनियर लीडर एकादमी और सेना भर्ती केंद्र और अन्य प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठान हैं। छावनी क्षेत्र में भी अलर्ट के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई है। हालांकि, आम नागरिकों की सुविधा के मद्देनजर सैन्य क्षेत्र का कोई आम रास्ता बंद नहीं किया गया, लेकिन आने-जाने के दौरान अब पहचान पत्र देखने के बाद ही इन रास्तों में जाने दिया जा रहा है।
सेना के अलावा अद्र्धसैनिक बल भी मुस्तैद
जाट रेजीमेंट सेंटर, गरुड़ डिवीजन के सभी मुख्य द्वार पर अधिकारियों की अनुमति के बाद ही जवानों के परिचितों को भी अंदर जाने दे रहे। सेना के अलावा फतेहगंज पश्चिमी स्थित बीएसएफ व बदायूं रोड पर बुखारा स्थित इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आइटीबीपी) की यूनिटों पर भी सुरक्षा व्यवस्था और ज्यादा चाक-चौबंद हुई है।
स्टेशन पर बढ़ी चेकिंग
उधर, रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और रेलवे सुरक्षा बल ने संदिग्धों की धरपकड़ व निगरानी के लिए संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान शुरू कर दिया। पार्सल और यात्रियों के सामान तो चेक किए ही जा रहे, संदिग्ध दिखने वाले यात्रियों से भी रोककर पूछताछ हो रही है। बुधवार को इसी चेकिंग के दौरान आधा दर्जन बेटिकट यात्री पकड़े गए।