ट्रेन के आगे कूदकर प्रेमी युगल ने दी जान
जागरण संवाददाता, बरेली : घर वालों को अपने प्यार की खबर लगने पर एक प्रेमी युगल ने मंगलवार सुबह
जागरण संवाददाता, बरेली : घर वालों को अपने प्यार की खबर लगने पर एक प्रेमी युगल ने मंगलवार सुबह सवा पांच बजे ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। रसुइया स्टेशन के आगे पुलिया के पास दोनों के शव ट्रैक पर क्षत-विक्षत मिले। लड़का एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में नर्सिग का कोर्स कर रहा था, जबकि लड़की एक इंटर कॉलेज में 12वीं की छात्रा थी। सोमवार शाम पांच बजे के बाद से दोनों अपने-अपने घरों से लापता थे। सुबह शव मिलने पर परिजन को पता चला। दोपहर में दोनों के शवों का पोस्टमॉर्टम कराके शव उनके परिजन को सौंप दिए गए। डायरी और मोबाइल की डिटेल से खुदकशी के कारणों की छानबीन की जा रही है।
लड़की का परिवार मूल रूप से हाथरस जनपद में चंदपा क्षेत्र के गांव पैकवाड़ा का निवासी है। लड़की ममता के पिता राजवीर सिंह 2002 में रोडवेज के रुहेलखंड डिपो में चालक की नौकरी के बाद से कटरा चांद खां में बस गए। तीन बेटे और दो बेटियों में छोटी ममता साहू गोपीनाथ विद्यालय में 12वीं की पढ़ाई कर रही थी, जबकि, लड़का आदेश कुमार (21) पुत्र रविंद्रपाल सिंह यादव मूल रूप से बिथरी के पास रसुइया गांव का निवासी था। डोहरा रोड स्थित गंगाशील मेडिकल कॉलेज से नर्सिग स्नातक के द्वितीय वर्ष की पढ़ाई करने वाला आदेश कटरा चांद खां की उसी गली में नन्हें लाल मौर्य के मकान में चचेरे भाई अजय यादव के साथ किराये पर रहता था। पिता की दूध की डेयरी है।
एक ही मुहल्ले में रहने और डेढ़ साल पहले अंग्रेजी की कोचिंग में साथ पढ़ाई के दौरान दोनों एक-दूसरे के नजदीक आए थे और धीरे-धीरे दोस्ती मुहब्बत में बदल गई। सूत्रों के मुताबिक लड़की के परिजन को कुछ दिन पहले ही उसके किसी युवक से प्रेम संबंध होने का पता चला था। सोमवार शाम को ममता रोजाना की तरह घर से अंग्रेजी और जीव विज्ञान की कोचिंग के लिए कहकर निकली, लेकिन कोचिंग नहीं पहुंची। शाम तक घर न आने पर परिजनों ने कोचिंग और अन्य छात्र-छात्राओं से जानकारी की। किसी से उसका पता न चला। एक सहेली से युवक आदेश से दोस्ती की जानकारी मिलने पर उसके कमरे तक पहुंचे। वहां ताला बंद था। रात में ही फोन नंबर के जरिये आदेश के पिता से संपर्क कर दोनों की तलाश करने को कहा। परिजन रात भर उन्हें ढूंढते रहे।
ट्रैक पर मिली लाशें
सुबह रसुइया स्टेशन से आगे रसुइया के रेलवे फाटक के पास एक लड़का और लड़की के शव ट्रैक पर दिखे। थोड़ी देर में खबर रसुइया गांव तक भी पहुंची। गांव से पहुंचे लोगों ने आदेश को पहचान लिया। पिता ने बेटे की शिनाख्त की। लड़की के शव के पास ही काले रंग का पिट्ठू बैग पड़ा था। कॉपियों व स्कूल के नाम के जरिये छात्रा और उसके परिजन का नाम पता चला। पुलिस ने बैग कब्जे में रख लिया। खुदकशी की वजह की पड़ताल की जा रही है।
ट्रैक पर डेढ़ घंटे पड़े रहे शव, फंसी ट्रेनें
रेलवे सूत्रों के मुताबिक रात में ही रसुइया में पहुंचे थे। बिना बताए घर से निकल आने और परिवार की परेशानी व डर के चलते उजाला होने से पहले ही बरेली से शाहजहांपुर रूट की एक्सप्रेस ट्रेन के आगे जाकर खुदकशी कर ली। अंधेरा होने के चलते रेलवे या आसपास के लोगों को पता नहीं चल सका। सुबह छह बजे शौच को जाते लोगों ने शव देखा था। तब लगभग पौन घंटे के बाद पुलिस के पहुंचने पर शवों को ट्रैक से हटाकर पोस्टमॉर्टम को भेजा जा सका था। इस दौरान लखनऊ मेल, दून एक्सप्रेस, पंजाब-हावड़ा मेल आदि ट्रेनें फंसी रहीं।