सत्तर साल के बुजुर्ग को अधमरा किया, दरोगा लाइन हाजिर
एक तरफ अधिकारी सोशल पुलिसिंग का दावा कर पुलिस की छवि सुधारने की बात कर रहे हैं।
जेएनएन, बरेली : एक तरफ अधिकारी सोशल पुलिसिंग का दावा कर पुलिस की छवि सुधारने की बात कर रहे हैं। दूसरी तरफ ऐसे भी पुलिसकर्मी हैं जिनके रवैये में कोई बदलाव नहीं दिखाई दे रहा है। दारोगा मामूली मारपीट मामले में एक बेटे की जगह रिटायर्ड प्रधान अध्यापक को घर से ले आए। थाने में निर्दोष 70 साल के बुजुर्ग की पिटाई की गई। हालत खराब होने पर बुजुर्ग को आइसीयू में भर्ती कराया गया है। मामला संज्ञान में आने पर एसएसपी ने आरोपित दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है।
भोजीपुरा के इटौआ केदारनाथ गांव निवासी 70 वर्षीय टीकाराम प्रधान अध्यापक पद से रिटायर्ड हैं। टीकाराम का लड़का ताराचन्द्र उनके घर से कुछ दूरी पर अलग रहता है। बीती चार जनवरी को गांव के ही देवीदास का ताराचन्द्र से झगड़ा हो गया। मामला थाने तक पहुंचा। टीकाराम की पत्नी भगवान देई का कहना है कि हल्का दारोगा हरपत सिंह पांच जनवरी को टीकाराम को पकड़कर थाने ले गए। थाने में बुजुर्ग टीकाराम को पीटा गया। बेटा ताराचन्द्र जब थाने पहुंचा तब टीकाराम को छोड़ा गया।
भगवान देई का कहना है कि दारोगा की पिटाई के कारण टीकाराम की हालत खराब हो गई। सात जनवरी को ही टीकाराम को प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। डाक्टरों ने बताया कि बुजुर्ग टीकाराम के सिर में खून के थक्के जमे होने के कारण ऑपरेशन किया। उनकी हालत काफी खराब है।
दारोगा लाइन हाजिर
थाने में बूढ़े टीकाराम की पिटाई की बात सही है। इंस्पेक्टर भोजीपुरा राजेश सिंह ने बताया कि पिटाई की बात तो नहीं पता लेकिन पता चला था कि दारोगा ने बुजुर्ग को एक थप्पड़ मारा था। बुजुर्ग से अभद्रता करने पर उन्होंने दारोगा हरपत सिंह के खिलाफ रिपोर्ट एसएसपी को भेजी थी। चूंकि दारोगा का ट्रांसफर इज्जतनगर हो गया था लिहाजा दूसरे दिन उन्होंने इज्जतनगर रवानगी करा ली। लेकिन इंस्पेक्टर भोजीपुरा की रिपोर्ट पर तीन दिन पहले एसएसपी ने दारोगा हरपत सिंह को लाइन हाजिर कर दिया।
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बुजुर्ग टीकाराम के सिर में ब्लीडिंग हो रही थी। सिर में खून के थक्के जमे थे। जब वह आए थे तब तो लग रहा था कि बचाना ही मुश्किल होगा। ऑपेरशन कर दिया गया है पहले से अब हालत ठीक है।
- डा. विनोद पागरानी।