बरेली में यूनानी चिकित्सा के क्षेत्र में छात्र बना सकते है कैरियर, जाने कैसे Bareilly News
सीसीआइएम ने छात्रों की सीटों व अस्पताल के लिए जमीन के मानकों पर खरा उतरने पर अनुमति प्रदान कर दी है।
बरेली, जेएनएन : आखिरकार प्रदेश के तीसरे यूनानी मेडिकल कॉलेज को आयुष मंत्रालय की स्वीकृति मिल गई। जिसके बाद चिकित्सा क्षेत्र में करियर बनाने वाले छात्र छात्रओं को लाभ मिलेगा। वहीं लोगो को भी यूनानी पद्धति से इलाज की सुविधा मिलेगी। इसके बाद जल्द ही बिल्डिंग के निर्माण का कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के बाद यूनानी मेडिकल कॉलेज बनने से चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में इजाफा होगा। प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत बनने वाले इस मेडिकल कॉलेज में 100 बेड के अस्पताल की स्थापना भी होगी। सीसीआइएम ने छात्रों की सीटों व अस्पताल के लिए जमीन के मानकों पर खरा उतरने पर अनुमति प्रदान कर दी है। बरेली में इस प्रोजेक्ट के लिए सपा शासन काल में नगर निगम ने जमीन दी थी। जिसके तहत 63 हजार स्क्वायर मीटर जमीन यूनानी मेडिकल कॉलेज के नाम पर दी थी। जमीन होने के बाद प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। लेकिन यह प्रस्ताव शासन में किन्ही कारणों से अटक गया। जिसके बाद वर्ष 2018 में यूनानी मेडिकल कॉलेज के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई।
मंजूरी मिलते ही कॉलेज में कोर्स संचालित करने के लिए आयुष मंत्रलय से स्वीकृति मांगी थी। तब से यह प्रस्ताव आयुष मंत्रलय में लटका था। जिसे अब स्वीकृति मिल गई है। बता दें कि यूनानी मेडिकल कॉलेज हजियापुर में बनेगा। उसके लिए जमीन पहले ही योजना के लिए दी जा चुकी है। नगर निगम ने इस जमीन को वापस लेने के लिए काफी प्रयास किया था लेकिन उसको सफलता नहीं मिल पाई थी।