राशन घोटाले की जांच करेगी एसटीएफ
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के सॉफ्टवेयर में सेंध लगाने और वायरस डालकर धांधली हुई
जागरण संवाददाता, बरेली : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के सॉफ्टवेयर में सेंध लगाने और वायरस डालकर खाद्यान्न घोटाला करने की जांच एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) करेगी। टीम इसी सप्ताह शहर पहुंच सकती है। जांच एसटीएफ के हाथ में जाते ही खाद्य एवं रसद विभाग के निरीक्षकों में खलबली मच गई। उधर, जिला पूर्ति विभाग ने 66 कोटेदारों के खिलाफ अपनी विभागीय पड़ताल शुरू कर दी। मंगलवार को इन्हें नोटिस जारी कर दिया जाएगा।
खाद्यान्न घोटाला में जिन 43 जिलों के सॉफ्टवेयर में सेंध लगाई गई, उनमें बरेली भी है। कुल 78 राशन दुकानें घोटाले की जद में फंसी हैं। 12 दुकानों से 1356 बार राशन की फर्जी एंट्री निकली, जबकि अन्य 66 दुकानों से कुल 119 बार ट्रांजेक्शन सामने आया है। 10 कोटेदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है। अपेक्षाकृत छोटी हेरफेर होने पर फिलहाल दो कोटेदारों पर मुकदमा नहीं लिखाया गया, लेकिन विभागीय जांच जारी है। विभाग ने साफ किया है कि बाकी के 66 कोटेदारों को मंगलवार को नोटिस कर जवाब तलब किया जाएगा।
एसटीएफ करेगी हर बिंदु की जांच
-खाद्य एवं रसद विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एसटीएफ जल्द ही शहर पहुंचेगी। यहां विभाग के अधिकारियों, कम्प्यूटर ऑपरेटर और कोटेदारों से पूछताछ की जाएगी। जिन आधार नंबर का घोटाले में दुरुपयोग हुआ, उन लाभार्थियों से भी तस्दीक की जा सकती है।
वर्जन
-विभागीय जांच चल रही है। इसी के आधार पर 10 दुकानों पर मुकदमा दर्ज कराया है। कुछ कोटेदारों के यहां से सीमित ट्रांजेक्शन हुए हैं। उनकी पड़ताल चल रही है। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई तय है।
सीमा त्रिपाठी, डीएसओ