ट्रक चालक से शराब कारोबारी बने बरेली निवासी मनोज जायसवाल को करोड़ों की कर चोरी में एसटीएफ ने दबोचा
एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि बरेली के बारादरी स्थित माडल टाउन निवासी मनोज जायसवाल का बरेली व कानपुर में देशी शराब का ठेका है। मनोज का स्टेडियम रोड पर डाउन टाउन बार एवं रेस्टोरेंट व डीडीपुरम स्थित तमाशा बार भी है।
बरेली, जेएनएन। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सहारनपुर के टपरी स्थित देशी शराब फैक्ट्री में करोड़ों रुपये की कर चोरी के मामले में वांछित चल रहे शराब कारोबारी मनोज कुमार जायसवाल को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। मनोज पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। एसटीएफ ने मनोज को गिरफ्तार करने के बाद विशेष जांच शाखा (एसआइटी) के सिपुर्द कर दिया।
एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि बरेली के बारादरी स्थित माडल टाउन निवासी मनोज जायसवाल का बरेली व कानपुर में देशी शराब का ठेका है। मनोज का स्टेडियम रोड पर डाउन टाउन बार एवं रेस्टोरेंट व डीडीपुरम स्थित तमाशा बार भी है। उसके कब्जे से एक लाख रुपये, घड़ी, फोन, डीएल, पैन कार्ड, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज मिले हैं। गुरुवार को उसे लखनऊ में आवास विकास परिषद के कार्यालय के पास पकड़ा गया। पूछताछ में मनोज ने बताया कि वह सीएल-2 गोदाम कानपुर व उन्नाव के ठेकेदार अजय जायसवाल के परिवार का सदस्य है तथा शराब व्यवसाय में उसका 25 प्रतिशत का हिस्सेदार भी है। टपरी स्थित कोआपरेटिव कंपनी के संचालक प्रणय अनेजा की दिल्ली स्थित फाइनेंस कंपनी स्टैलर प्राइवेट लिमिटेड के लाइजनिंग आफिसर अश्विनी उपाध्याय ने उसका संपर्क था। अश्वनी के जरिये ही मनोज ने टपरी स्थित फैक्ट्री से एक ही बिल्टी पर दो बार शराब निकालने की डील की थी। मनोज ने प्रणय से सांठगाठ कर ट्रांसपोर्ट के ट्रकों के माध्यम से टपरी स्थित फैक्ट्री से एक ही गेट पास पर दो बार शराब की सप्लाई लेनी शुरू की थी। पास के डिस्ट्रीब्यूशन प्वाइंट पर दो दिन के एक गेटपास पर दो चक्कर में शराब पहुंचाई जाती थी। जबकि उन्नाव और कानपुर के डिस्ट्रीब्यूशन प्वाइंट पर चार दिन के एक गेटपास पर दो चक्कर शराब पहुंचाकर बड़े पैमाने पर आबकारी शुल्क की चोरी की गई।
ट्रक चालक से बना प्रापर्टी डीलर फिर शराब कारोबारी: इंटर पास मनोज जायसवाल शुरुआत में पिता के काम में हाथ बटाने लगा। बाद में लोकल में ही ट्रक चलवाने लगा। इस दौरान वह खुद ड्राइवरी भी करता। इसके बाद वह जमीन के काम से जुड़ा। फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और शराब कारोबारी बन गया। 21 डाउन टाउन बार व रेस्टोरेंट एवं तमाश बार का संचालन भी शुरू कर दिया। मनोज अपने परिचितों के नाम से उन्नाव में देशी शराब की 19 दुकानों का संचालन करा रहा था। वह टपरी से आने वाली अवैध शराब को अपनी दुकानों पर खपाता था। इस व्यवसाय में उसने शराब कारोबारी अजय जायसवाल के साथ एक करोड़ रुपया लगा रखा है। उल्लेखनीय है कि एसटीएफ ने टपरी में करोड़ों की कर चोरी का मामला पकड़ा था। देशी शराब की फैक्ट्री से एक बिल्टी व गेटपास पर दो बार शराब की सप्लाई कर बड़े पैमाने पर धांधली के इस मामले की जांच शासन ने एसआइटी को सौंप दी था। मामले में अब तक 14 से अधिक आरोपित गिरफ्तार किये जा चुके हैं। बरेली में भी बीते साल होली के पूर्व बारादरी क्षेत्र में एसओजी ने एक ट्रक शराब के साथ चालक को पकड़ा था। पूछताछ में चालक ने शराब मनोज जायसवाल की बताई थी। बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। बाद में शासन के आदेश पर मुकदमा एसआइटी लखनऊ को स्थानांतरित हो गया था। इसी के बाद से मनोज पर शिकंजा कस गया था। वह फरार चल रहा था, आखिरकार वह धर लिया गया।