लालकिला को 50 करोड़ में किराये पर लेने की पेशकश
सपा के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री आबिद रजा ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर देश की धरोहर लाल किला को 50 करोड़ रुपये में किराये पर लेने की पेशकश की।
बरेली। सपा के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री आबिद रजा ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर देश की धरोहर लाल किला को पांच साल के लिए 50 करोड़ में किराये पर लेने की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि वह और उनके साथी डालमिया से दोगुनी कीमत देने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में पूर्व दर्जा राज्यमंत्री ने कहा है कि लाल किला को पांच साल के लिए 25 करोड़ रुपये में डालमिया को किराये पर दिया गया है। यदि यह सच है तो मैं और मेरे साथी डालमिया से दोगुनी कीमत 50 करोड़ पांच साल तक के लिए किराए पर लेने के लिए देने को तैयार हैं। 'अडॉप्ट ए हेरिटेज' परियोजना के तहत दिया गोद : बता दें कि पाचवें मुगल बादशाह शाहजहा का 17वीं शताब्दी में बनवाया दिल्ली का लाल किला डालमिया भारत ग्रुप ने पाच साल के लिए 25 करोड़ रुपये में गोद ले लिया है। डालमिया की कंपनी 23 मई से अपना काम शुरू करने जा रही है। केंद्र सरकार ने 'अडॉप्ट ए हेरिटेज' परियोजना के तहत इसे गोद दिया है। डालमिया भारत समूह ने पिछले दिनों पर्यटन मंत्रालय के साथ एक एमओयू पर दस्तखत किए। इसके तहत कंपनी पाच साल तक लाल किले का रखरखाव करेगी। कंपनी छह महीने के अंदर ही लाल किले में पीने के पानी के बूथ, बेंचें आदि और पर्यटकों के लिए मार्गदर्शक साइनेज लगाएगी। सियासी जंग हुई तेज : लाल किले को डालमिया ग्रुप को गोद देने के बाद मामले में सियासी जंग तेज हो गई है। विपक्ष की ओर से इसे लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला गया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा का कहना है कि सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी कि उसे देश की ऐतिहासिक धरोहर को एक निजी कंपनी को सौंपना पड़ा। वहीं, सपा के पूर्व मंत्री ने 50 करोड़ रुपये में इसे किराये पर लेनी की पेशकश की है।