जल्द बगैर पायलट उड़ेगा हवाई जहाज, इंसानी दिमाग पढ़ेगा मशीन Bareilly News
गूगल ने तो बगैर ड्राइवर वाले ऑटो लांच करने की तैयारी कर ली है। यह जानकारी हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के प्रो. नरेंद्र कोहली ने दी।
जेएनएन, बरेली : अब वह दिन दूर नहीं जब आप बगैर पायलट वाले हवाई जहाज, ट्रेन और बसों में बैठेंगे। चौंकिए नहीं ऐसा बहुत जल्द शुरू होने वाला है। यह सबकुछ होगा मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की तकनीक से। इसपर दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने काफी काम किया है। गूगल ने तो बगैर ड्राइवर वाले ऑटो लांच करने की तैयारी भी कर ली है। यह जानकारी शनिवार को हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) कानपुर के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के विशेषज्ञ प्रो. नरेंद्र कोहली ने दी।
प्रो. कोहली यहां रुहेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के समापन समारोह में शामिल होने के लिए आए थे। एडवांस इन कंप्यूटिंग, कम्यूनिकेशन एंड ऑटोमेशन विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इंसान की जिंदगी काफी सरल हो जाएगी। जो काम पहले कई दिनों में होते थे वह पलक झपकते ही हो जाएंगे। बड़ी सी बड़ी बीमारियों का कारण तुरंत मालूम चल पाएगा। उसके इलाज को खोजने में भी मशीन लर्निंग काफी कारगर साबित होगा। इस दौरान डीन प्रो. एसके पांडेय, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. विनय ऋषिवाल, डॉ. राजीव तिवारी, टेक्यूप कोआर्डिनेटर डॉ. मनोज कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
गूगल सिखाएगा सही शब्द बोलने का तरीका
प्रो. कोहली ने बताया कि हाल ही में गूगल ने मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का प्रयोग करते हुए नया फीचर शुरू किया है। इसके तहत आप उन शब्दों का सही उच्चारण करना सीख सकेंगे जो आपको कठिन लगता है या पहले आपकी समझ से बाहर हुआ करता था। गूगल न केवल आपको बोलकर सिखाएगा बल्कि उसे इस तरह से समझाएगा कि आप कभी भूल भी नहीं सकते।
मशीन में भी होगी सोचने, समझने की क्षमता
प्रो. कोहली ने बताया कि आने वाले दिनों में बिल्कुल इंसान की तरह मशीन काम करेगा। मतलब मशीन में सोचने, समझने की क्षमता भी मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से विकसित हो जाएगी। यही नहीं अगर आप कुछ मशीन से काम भी कराना चाहेंगे तो केवल आपके सोचने भर की बात होगी... मशीन आपका दिमाग पढ़कर वह काम कर दिखाएगा।