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कस्टमर बनकर पहुंचा सिपाही, देह व्‍यापार रैकेट का किया राजफाश

बारादरी के डोहरा रोड स्थित एक बारातघर में चल रहे देह व्‍यापार रैकेट का पुलिस ने मंगलवार को राजफाश किया।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 11:42 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 11:42 PM (IST)
कस्टमर बनकर पहुंचा सिपाही, देह व्‍यापार रैकेट का किया राजफाश
कस्टमर बनकर पहुंचा सिपाही, देह व्‍यापार रैकेट का किया राजफाश

बरेली, जेएनएन : बारादरी के डोहरा रोड स्थित एक बारातघर में चल रहे देह व्‍यापार रैकेट का पुलिस ने मंगलवार को राजफाश किया। एएसपी को मुखबिर ने सूचना दी थी कि करीब 15 दिनों से इस बारात घर में देह व्‍यापार चलने की सूचना है। जिसके बाद एएसपी ने एक सिपाही को कस्टमर बनाकर अंदर भेजा, जहां उसे लड़कियां दिखाई गई। सिपाही ने वाट््सएप पर जैसे ही मैसेज भेजा, पुलिस टीम ने तुरंत दबिश दी और आठ लड़कियों समेत तीन युवकों को पकड़ लिया। देह व्‍यापार की मुखिया दिल्ली की है। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, बारातघर एक विधायक के भाई का निकला है। हालांकि, इसके संचालन का ठेका उन्होंने किसी दूसरे व्यक्ति को दे रखा है।

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बारादरी के डोहरा मोड़ के पास वेदा अवेन्यू नाम से बारातघर है। एएसपी ने बताया कि वहां काफी समय से देह व्‍यापार चलने की सूचना पुलिस को मिल रही थी। मंगलवार को एक सिपाही को कस्टमर बना कर भेज गया। सिपाही का आधार कार्ड जमा कार्य गया और अंदर ले जाकर आठ लड़कियां दिखाई गई। जिसके बाद सिपाही ने वाट््सएप पर एएसपी को सूचना सही होने का मैसेज किया तो एएसपी ने फोर्स के साथ दबिश देकर आठ लड़कियों और तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया।

दिल्ली की सरगना, एक स्थानीय तो छह पश्चिम बंगाल की

पूछताछ के दौरान पता चला कि देह व्‍यापार चलाने वाली महिला दिल्ली की है। एक लड़की स्थानीय जबकि आधा दर्जन पश्चिम बंगाल की हैं।

विधायक के भाई का निकला बरातघर

पूछताछ के दौरान पता चला कि बरातघर एक विधायक के भाई का है। विधायक के भाई ने रिटायर्ड होने के बाद ये बरातघर बनवाया है। आश्चर्य की बात यह है कि बारादरी पुलिस को इसकी भनक नहीं थी। जबकि मुखबिर ने बताया कि कुछ पुलिस वाले रुपये के साथ सेवा ले रहे थे।

वर्जन

डोहरा रोड पर वेदा अवेन्यू नाम से बारातघर है। एक विधायक के भाई का है, उसमें देह व्‍यापार चल रहा था। मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

अभिषेक वर्मा, एएसपी

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झमनलाल मेरे बड़े भाई है। उन्होंने एक बैंक्वेट हॉल बनवाया है। लेकिन वह खुद नहीं चलाते हैं। किसी सक्सेना नाम के व्यक्ति को ठेके पर दिया हुआ है। मेरा भाई से लंबे समय से संपर्क नहीं रहा है। पुलिस को उस व्यक्ति को ढूंढना चाहिए, जिसको बैंक्वेट हॉल किराये पर दिया गया था। क्योंकि झमनलाल ङ्क्षजदगी में अनुशासित रहे हैं। कभी कोई गलत काम नहीं किया। उनका बैंक्वेट हॉल निर्माणाधीन हैं। अभी उद्घाटन तक नहीं हुआ।

-छत्रपाल गंगवार विधायक बहेड़ी 


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