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धराेहर : रुविवि के विशेषज्ञों को मिले ऐतिहासिक मूर्तियों के संकेत...यहां करेंगे खुदाई Bareilly News

पीलीभीत के इलावास देवल में नौवीं और दसवीं सदी की सैकड़ों ऐतिहासिक मूर्तियां मिलने के बाद रुविवि के प्राचीन इतिहास विभाग के विशेषज्ञों ने वहां खुदाई करने का फैसला लिया है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 12:09 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 12:09 PM (IST)
धराेहर : रुविवि के विशेषज्ञों को मिले ऐतिहासिक मूर्तियों के संकेत...यहां करेंगे खुदाई Bareilly News
धराेहर : रुविवि के विशेषज्ञों को मिले ऐतिहासिक मूर्तियों के संकेत...यहां करेंगे खुदाई Bareilly News

जेएनएन, बरेली : पीलीभीत के इलावास देवल में नौवीं और दसवीं सदी की सैकड़ों ऐतिहासिक मूर्तियां मिलने के बाद रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग के विशेषज्ञों ने वहां खुदाई करने का फैसला लिया है। इसके लिए विशेषज्ञों ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जल्द ही प्रदेश सरकार व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को यह प्रस्ताव भेजा जाएगा। रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर विजय बहादुर ने कुछ छात्रों के साथ मिलकर इलावास की मंदिरों का दौरा किया था। वहां मंदिरों के आस-पास सैकड़ों की संख्या में प्राचीन मूर्तियां मिलीं। इन मूर्तियों का अध्ययन किया गया तो मालूम हुआ कि यह नौवीं और दसवीं शताब्दी की हैं।

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काफी ऐतिहासिक चीजें विशेषज्ञों को उम्मीद 

जमीन के नीचे काफी ऐतिहासिक चीजें मिल सकती है। जिसका संरक्षण किया जाना और उस सदी के बारे में जानने के लिए अच्छा प्रयोग किया जा सकता है। इसलिए इलावास और आस-पास के इलाकों में खुदाई करने की तैयारी शुरू की है। प्रो. विजय बहादुर ने बताया कि इसका प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है। पिछली साल गजमेरा में खुदाई की गई थी। हालांकि, कुछ विशेष नहीं मिला था लेकिन इलावास में काफी कुछ मिलने की उम्मीद है। इसलिए वहां खुदाई करने का प्रस्ताव बनाया गया है।

मूर्तियां लाने के लिए जिला प्रशासन से मांगेंगे मदद 

प्रो. विजय बहादुर बताते हैं कि इलावास की मंदिरों के बाहर मिली प्राचीन मूर्तियां इतिहास के अध्ययन में अहम भूमिका निभा सकती हैं। हालांकि वहां के ग्रामीण और मंदिर के पुजारी मूर्तियों को लाने नहीं दे रहे हैं। इसलिए वह एक बार फिर से पुजारी और ग्रामीणों को समझाएंगे। अगर फिर भी लोग नहीं माने तो जिला प्रशासन की मदद ली जाएगी। उन मूर्तियों को विश्वविद्यालय के म्यूजियम में लाने की कोशिश होगी।

गणेश, विष्णु सहित सभी देवी-देवताओं की मूर्तियां

प्रो. विजय बहादुर के मुताबिक, इलावास में मिली मूर्तियां भगवान गणोश, विष्णु, शंकर, पार्वती, लक्ष्मी समेत सभी देवी देवताओं की है। उसकी कलाकृति भी काफी खूबसूरत है। कलाकृतियों पर भी अध्ययन किया जा सकता है।


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