श्यामगंज पुल से ऊपर की राह आसान, नीचे की हुई कठिन
श्यामगंज पुल बनने से दो हिस्सों में बंटा शहर एक हो गया है।
जेएनएन, बरेली : श्यामगंज पुल बनने से दो हिस्सों में बंटा शहर एक हो गया है। बड़ी संख्या में लोगों को भी सहूलियत हुई है। वह आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं। अब पुल के नीचे की स्थिति पर भी ध्यान देने की जरूरत है, जिससे यहां के दुकानदारों को भी इसके बनने का वास्तविक लाभ मिल सके और राहगीरों को भी सहूलियत रहे।
इसके लिए सबसे जरूरी है कि पुल के नीचे से गुजरने वाले ऑटो और ई-रिक्शा पर प्रतिबंध लगे।
दुकानदारों ने बताया कि पुल बनने से उम्मीद थी। ऑटो भी इसके ऊपर से दूसरी तरफ जाएंगे। इससे नीचे जाम नहीं लगेगा, लेकिन यह अभी भी नीचे से गुजर रहे हैं। ई-रिक्शा चलने से समस्या गंभीर हो गई है।
यह जहां तहां खड़े हो जाते हैं, जिससे लोगों को निकलने में दिक्कत होती है। दुकानदारों ने कहा कि इन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगे। पुल के नीचे स्टेडियम रोड की तरफ से आते समय सड़क काफी टूटी हुई है। जगह जगह गड्ढे हैं, जिनमें आए दिन वाहन फिसलने से हादसे होते हैं।
दुकानदारों ने बताया कि यहां पर नए सिरे से सड़क बने और इसके साथ ही नाली भी बनवाई जाए, जिससे पानी का निकास हो सके। पुल के नीचे स्ट्रीट लाइट लगाई जाए, जिससे रात में यहां अंधेरा नहीं रहे।
यह सड़क पुल बनने के समय से खराब है। एक वर्ष पहले मरम्मत हुई, लेकिन बारिश में यह फिर से खराब हो गई। यहां नई सड़क बनाने की जरूरत है।
राशिद अली सड़क बनाने के संग ही यहां पानी निकास को नाली बनाना भी जरूरी है। यहां दूसरी तरफ नाली बनी ही नहीं है, जिससे पानी निकासी की भी समस्या है।
नसीम मियां पुल के नीचे रात के समय बाजार बंद होने के बाद अंधेरा रहता है। अफसरों को यहां पर भी स्ट्रीट लाइट भी लगानी चाहिए। सड़क भी बनवाई जाए।
अतुल वर्मा