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भुगतान का हाल देख अस्पताल बना रहे Ayushman Card से दूरी, पढ़िए शाहजहांपुर में कार्डधारकाें की स्थिति

Ayushman Card in Bareilly सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के चार साल पूरे होने पर उत्सव मना रही है। लेकिन गरीबों के स्वास्थ्य के मद्देनजर सरकार की इस सबसे महत्वपूर्ण योजना में भुगतान में देरी होने से निजी अस्पताल लाभार्थियों से दूरी बना रहे है।

By Ajay YadavEdited By: Ravi MishraPublished: Tue, 27 Sep 2022 05:35 PM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 05:35 PM (IST)
भुगतान का हाल देख अस्पताल बना रहे Ayushman Card से दूरी, पढ़िए शाहजहांपुर में कार्डधारकाें की स्थिति
भुगतान का हाल देख अस्पताल बना रहे Ayushman Card से दूरी, पढ़िए शाहजहांपुर में कार्डधारकाें की स्थिति

शाहजहांपुर, अजयवीर सिंह। Ayushman Card in Bareilly : सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के चार साल पूरे होने पर उसे उत्सव के रूप में मना रही है। लेकिन गरीबों के स्वास्थ्य के मद्देनजर सरकार की इस सबसे महत्वपूर्ण योजना में भुगतान में देरी होने से ज्यादातर निजी अस्पताल संचालक लाभार्थियों से दूरी बना रहे है।

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यहीं वजह है कि जिले में दो ऐसे अस्पताल हैं जहां अब तक एक भी आयुष्मान कार्ड धारक का उपचार नहीं किया गया। जबकि तमाम अन्य अस्पतालों में भी इस योजना के तहत निजी अस्पतालों ने सिर्फ रस्मअदायगी मात्र की है।

आयुष्मान योजना के तहत सरकार लाभार्थी को पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क उपचार करती है। जिसमे किडनी, लीवर, सर्जरी, दवाइयों के खर्च से लेकर जांच तक की सुविधा दी गई है। ताकि गरीबों का उपचार भी अच्छे अस्पतालों में निश्शुल्क हो सके। जिले में इसके लिए 34 अस्पतालों को अधिकृत किया गया, जिसमे 16 निजी अस्पताल हैं।

जिले के कई प्रतिष्ठित निजी अस्पताल ऐसे हैं जहां मरीजों की भरमार रहत हैं लेकिन आयुष्मान योजना के तहत उपचार नहीं किया जा रहा हैं। ऐसे में बड़ी घटनाएं होने पर गरीबों को खुद के खर्च से ही इलाज करना पड़ रहा है। जबकि सरकारी अस्पतालों में ज्यादातर बीमारियों का इलाज निश्शुल्क होता है।

भुगतान के झंझटों से बचने को बना रहे दूरी

आयुष्मान कार्ड से मरीजों का आपरेशन करने के लिए निजी अस्पताल संचालकों को आनलाइन प्रक्रिया पहले ही पूरी करनी पड़ती है। इसके बाद भुगतान के लिए भी एक से दो माह तक इंतजार करना पड़ता है। एक निजी अस्पताल संचालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि तीन साल पहले उन्होंने आयुष्मान कार्ड के कई मरीजों का आपरेशन किया था,

भुगतान कई-कई माह तक नहीं किया गया। जिसके बाद से कार्ड से इलाज करना बंद कर दिया था। उन्होंने बताया कि 50 हजार से अधिक का उनका भुगतान आज भी लंबित है।

कार्ड बनाने में भी हो रही लापरवाही

वर्ष 2011 जनगणना के अनुसार जिले को 12 लाख 92 हजार 435 पात्रों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य मिला हैं। लेकिन अब तक तीन लाख 42 हजार 547 लाभार्थियों के कार्ड ही बनाए जा सके है।

जबकि डीएम उमेश प्रताप से लेकर तत्कालीन डीएम इंद्र विक्रम सिंह इस तरह की लापरवाही पर कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से नाराजगी जता चुके है। लेकिन उसके बाद भी कार्ड बनाने में कोई ध्यान नहीं दिया गया। हालांकि सीएमओ डा. आरके गौतम के चार्ज संभालने के बाद कार्ड बनाने में गति पकड़ी गई।

कहां कितने मरीजों का चार साल में हुआ इलाज

- 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निगोही

- 20 सामुदायिक स्वास्थ्य कलान

- 20 सामुदायिक स्वास्थ्य खुदागंज-कटरा

- 19 सामुदायिक स्वास्थ्य जैतीपुर

- 22 सामुदायिक स्वास्थ्य मदनापुर

- 24 सामुदायिक स्वास्थ्य तिलहर

- 27 सामुदायिक स्वास्थ्य जरियनपुर

- 74 सामुदायिक स्वास्थ्य ददरौज

- 23 सामुदायिक स्वास्थ्य सिंधौली

- 62 सामुदायिक स्वास्थ्य भावलखेड़ा

- 49 सामुदायिक स्वास्थ्य खुटार

- 123 सामुदायिक स्वास्थ्य पुवायां

- 109 सामुदायिक स्वास्थ्य बंडा

- 159 सामुदायिक स्वास्थ्य कांट

- 444 जिला महिला अस्पताल

- 102 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलालाबाद

- 743 जिला अस्पताल

- 4 शीला अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर

- 14 गुरुनानक अस्पताल

- 15 कुंती देवी आई केयर

- 15 कमला अस्पताल

- 2- अर्णव शल्य चिकित्सा

- 48 निपुण अस्पताल

- 56 एचसी मेमोरियल अस्पताल

- 152 सीतापुर आंख असपताल

- 171 सूद आंख अस्पताल

- 10 वेग अस्पताल

- 110 कौशल्या देवी आखं अस्पताल

- 231 सत्यानंद अस्पताल

- 1833 जगमोहन लाल अस्पताल

- 654 डा. वसीम अस्पताल

- 4807 रुहेलखखंड अस्पताल

सितंबर माह में नहीं खुला खाता

आयुष्मान कार्ड के जरिये सितंबर माह में 12 अस्पतालों में एक भी मरीज का उपचार नहीं हुआ है। इन अस्पतालों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निगोही, कलान, खुदागंज-कटरा, जैतीपुर, मदनापुर, तिलहर, जरियनपुर व ददरौल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल है।

इसके अतिरिक्त शीला ट्रामा सेंटर, गुरुनाक अस्पताल, कुंती देवी आंख अस्पताल व कमला अस्पताल शामिल है। इसके अतिरिक्त कई अन्य निजी अस्पताल ऐसे हैं जहां इस माह एक-दो ही मरीजों का उपचार आयुष्मान कार्ड के जरिये किया गया है।

फैक्ट फाइल

- 34 अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से इलाज की सुविधा

- 16 निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से इलाज की सुविधा

- 10154 मरीजों का जिले में अब तक आयुष्मान कार्ड से इलाज मिला।

- 60377750 रुपये का इलाज इस योजना के तहत हुआ।

- 50853832 रुपये का भुगतान डाक्टरों को सरकार ने अब तक किया।

आयुष्मान कार्ड धारकों को पांच लाख रुपये तक का इलाज निश्शुल्क दिया जा रहा है। हर पात्र के जल्द से जल्द कार्ड बनाने पर जोर दिया जा रहा हैं। निजी अस्पताल संचालकों के साथ जल्द बैठक की जाएगी ताकि सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजना का लाभ पात्रों को मिल सके। डा. आरके गौतम, सीएमओ


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