शाहजहांपुर नगर निगम ने शुरु कराया गया एफएसटीपी का निर्माण, नालों में नहीं बहेगी गंदगी
शहर को स्वच्छ सुंदर एवं प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने एफएसटीपी प्लांट का निर्माण शुरु करा दिया है। इस प्लांट के बन जाने के बाद सेप्टिक टैंकों की गंदगी नालों या खुले स्थान पर नहीं बहाई जाएगी। बल्कि उसको खाद में परिवर्तित कर प्रयोग किया जाएगा।
शाहजहांपुर, जेएनएन। शहर को स्वच्छ सुंदर एवं प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने एफएसटीपी प्लांट का निर्माण शुरु करा दिया है। इस प्लांट के बन जाने के बाद सेप्टिक टैंकों की गंदगी नालों या खुले स्थान पर नहीं बहाई जाएगी। बल्कि उसको खाद में परिवर्तित कर प्रयोग किया जाएगा।
शहर के काकर कुंड में जल निगम की ओर से बनवाए जा रहे एफएसटीपी (मल जल शोधन संयंत्र) के लिए खोदाई व बाउंड्रीवाल का निर्माण शुरु हो गया है। नगर निगम ने इसके लिए जल निगम को 0.807 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध करायी है, जिसमें से 0.795 हेक्टेयर जमीन का प्रयोग एफएसटीपी के लिए होगा। जो जमीन शेष रहेगी। उस पर जलकल विभाग, नगर निगम का जोनल आफिस, स्टोर, ओवरहेड टैंक व नलकूप बनाया जाएगा।
नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया कि एफएसटीपी में टैंकर रिसेस्पन स्टेशन, स्क्रीन चैम्बर, सेप्टेज कलेक्शन, टैंक, स्लज ड्रायर बेड, एनारोबिक डाइजेस्टर टैंक, फिल्टर फीड टैंक, एमजीएफ व एसीएफ़ यूनिट के अलावा स्लज स्टोरेज टैंक का निर्माण होगा। इसका काम पूरा होने के बाद सोकपिट के भरने के बाद उसे तत्काल खाली कराया जा सकेगा। अभी तक सेप्टिक टैंक की गंदगी को नाले, खाली भूमि या खेतों में बहाया जाता है। जो फसलों के साथ-साथ, पशुओं व पर्यावरण के लिए भी नुकसानदेय है। एफएसटीपी बनने से भूमि, वायु, जल प्रदूषण से बचाव होगा। इसमें जो पानी बचेगा उसका कृषि कार्यों व पार्कों में सिंचाई में प्रयोग होगा।
एक नजर में
- 32 केएलडी है इस संयंत्र की क्षमता
- 4.67 करोड़ की आएगी इस पर लागत
- 4 मार्च तक पूरा होना है इसका काम