पीसीएस-जे में रुहेलखंड विश्वविद्यलाय के पांच छात्रों का चयन Bareilly News
यह पहला मौका है जब पीसीएस-जे में विवि के पांच विद्यार्थी एक साथ चयनित हुए हैं। इससे पहले यूजीसी की नेट परीक्षा में विवि के सात छात्रों का चयन हुआ था।
बरेली, जेएनएन : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने न्यायिक सेवा सिविल जज जूनियर डिवीजन (पीसीएस-जे) का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। इसमें एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के लॉ विभाग के पांच छात्र चयनित हुए हैं। शनिवार को परिणाम जारी होते ही सफल अभ्यर्थियों के परिवार में जश्न छा गया।
पीसीएस-जे में चयनित अभ्यर्थियों में मल्लिकाजरुन राजपूत, दुष्यंत कुमार, नंदनी गौतम, हेमेंद्र कुमार और धमेंद्र सिंह यादव शामिल हैं। मल्लिकाजरुन विवि कैंपस में 2015 बैच के छात्र रहे हैं। जबकि दुष्यंत कुमार और नंदनी गौतम 2017 बैच के पास आउट हैं। हेमेंद्र सिंह ने 2019 सत्र में एलएलएम किया है। जबकि धर्मेद्र सिंह यादव विवि से एलएलएम के बाद पीएचडी कर रहे हैं। यह पहला मौका है जब पीसीएस-जे में विवि के पांच विद्यार्थी एक साथ चयनित हुए हैं। इससे पहले यूजीसी की नेट परीक्षा में विवि के सात छात्रों का चयन हुआ था। इस सफलता पर लॉ के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह ने खुशी जताते हुए चयनित विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
कोचिंग चलाकर की पढ़ाई
मझगवां ब्लॉक के प्रहलादपुर गांव के दुष्यंत कुमार शर्मा रामपुर गार्ड में कोचिंग चलाते थे। उनके पिता ओम प्रकाश शर्मा शिक्षक के पद से रिटायर हुए हैं। जबकि मां गृहणी हैं। पीसीएस-जे में दुष्यंत कुमार की 382 रैंक आई है। दुष्यंत कुमार बताते हैं कि कभी-कभार प्रैक्टिस करते थे। बाकी कोचिंग और खुद की तैयारी को ही समय दिया।
कैंपस से एलएलएम की पढ़ाई पूरी करते ही हेमेंद्र बने जज
एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से इसी साल एलएलएम की पढ़ाई पूरी करने वाले मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के हेमेंद्र सिंह ने पीसीएस-जे में 522 रैंक हासिल की है। उन्होंने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की है। उनके पिता रामराज सिंह अधिवक्ता हैं। हेमेंद्र अपनी सफलता का श्रेय शिक्षक और माता-पिता के साथ मामा जगदीश सिंह को देते हैं। उन्होंने बरेली में जगदीश सिंह के यहां रहकर पढ़ाई की है। वहीं, लखीमपुर के गोला निवासी मल्लिकाजरुन ने 2015 में विवि से एलएलएम किया। वह गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं। अभी इलाहाबाद विवि से पीएचडी कर रहे हैं। उनके पिता विश्वनाथ राजपूत की गोला में ही एक छोटी सी दुकान हैं। मल्लिकाजरुन की पीसीएस-जे में 144वीं रैंक आई है। दोनों विद्यार्थियों विवि कैंपस के लॉ विभाग की पढ़ाई और शिक्षकों की सराहना की है।
नेट परीक्षा में इन्हें मिली सफलता
रुविवि के एलएलएम के सात विद्यार्थियों में नेट परीक्षा पास करने वालों में इंदु चौहान, गुलाम जीलानी, सचिन मिश्र, अंजली कुमारी, नितिन गंगवार, हर्षिता चौरसिया, और अलंकार उपाध्याय शामिल हैं।
अंग्रेजी में नेट पास करने वाले छात्र
रुविवि के अंग्रेजी विभाग के छह विद्यार्थियों ने नेट की परीक्षा पास की है। इसमें दीप्ति चौरसिया, मानवेंद्र सिंह, अजीत सिंह, चंद्र शेखर, सृष्टि गंगवार, हरिवंश मणि शामिल हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. सुमित्र कुकरेती ने सफल विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।