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PCS Exam : आइएएस के पैटर्न पर आए पीसीएस के सवाल देखकर सर्दी में छूटा छात्रों का पसीना Bareilly News

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस परीक्षा प्री 2019 के प्रश्न पत्र ने रविवार को ठंड के बावजूद परीक्षार्थियों के पसीने छुड़ा दिए।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Mon, 16 Dec 2019 01:51 PM (IST)Updated: Mon, 16 Dec 2019 05:49 PM (IST)
PCS Exam : आइएएस के पैटर्न पर आए पीसीएस के सवाल देखकर सर्दी में छूटा छात्रों का पसीना Bareilly News
PCS Exam : आइएएस के पैटर्न पर आए पीसीएस के सवाल देखकर सर्दी में छूटा छात्रों का पसीना Bareilly News

जेएनएन, बरेली : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस परीक्षा प्री 2019 के प्रश्न पत्र ने रविवार को ठंड के बावजूद परीक्षार्थियों के पसीने छुड़ा दिए। प्रश्न पत्र का पूरा पैटर्न इस बार आइएएस (सिविल सर्विसेज, यूपीएससी) के तर्ज पर रहा। खासतौर पर हंिदूी माध्यम के छात्रों के लिए ज्यादा परेशानी हुई। इसका सीधा असर परीक्षार्थियों की संख्या पर पड़ा। आलम यह रहा कि परीक्षा में 58 फीसद छात्रों ने परीक्षा ही छोड़ दी।

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शहर के 44 केंद्रों पर दोनों पालियों में महज 42 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने ही परीक्षा दी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:30 से 11:30 तक चली जबकि दूसरी पाली की परीक्षा 2:30 से 4:30 तक रही। प्रतियोगी परीक्षाओं के जानकार डॉ. केबी त्रिपाठी बताते हैं कि इस बार मेरिट भी हाई हो जाएगी। इसका आंकड़ा 135 से 130 के बीच जाने की उम्मीद है।

दोनों प्रश्न पत्र रहे कठिन : डॉ. त्रिपाठी के मुताबिक दोनों प्रश्न पत्र इस बार काफी कठिन रहे। पहले प्रश्न पत्र में सवालों के लिए मिले चारों विकल्प नए ढंग से दिए गए थे। इसमें इतिहास से 23, भूगोल से 23, राजनीतिशास्त्र से 16, विज्ञान से 29, अर्थव्यवस्था से 13 प्रश्न पूछे गए। सामान्य अध्ययन में योजना, पर्यावरण, कृषि पर्यावरण, पारिस्थिकीय आदि से करीब 46 प्रश्न पूछे गए। सभी प्रश्न व्यवहारिक ज्ञान पर ही आधारित थे। इसी तरह द्वितीय प्रश्न पत्र काफी कठिन था। इसमें हिंदी से 20, अंग्रेजी से 15, मैथ और रीजनिंग से 35 के करीब प्रश्न पूछे गए। इसके अलावा अन्य अंर्तवैयक्तित्व सम्प्रेष्ण क्षमता वाले सवाल रहे।

प्रतिभागी छात्र बोले :

पिछले बार की अपेक्षा पेपर काफी कठिन रहा। हर सवाल के विकल्प भी घुमाकर दिए गए थे, इससे भी परेशानी हुई।

-पूजा, अभ्यर्थी

सबसे कठिन रीजनिंग और विज्ञान से जुड़े प्रश्न रहे। जवाब ढूंढने में समय लगा। तुक्का मारने वालों की दाल नहीं गलेगी।

-प्रिया, अभ्यर्थी

प्रश्न तो उन्हीं पाठ्यक्रमों से पूछे गए थे लेकिन स्तर काफी ऊंचा रहा है। जो अच्छे से पढ़ा रहा होगा वही इसे हल कर पाएगा।

-अखिलेश, अभ्यर्थी


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