Move to Jagran APP

School Fees : बैकफुट पर आया स्कूल एसोसिएशन, जरुरत मंदों को देगा फीस में राहत

इतने दिनों की जद्दोजहद के बाद भी फीस के मुद्दे पर गुरुवार को इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन और रोहिलखंड अभिभावक समिति के साथ हुई बैठक में खास निष्कर्ष नहीं निकला। एसोसिएशन ने पूर्व में कही बातें फिर दोहरा दीं। साफ कहा कि सभी अभिभावकों को फीस में छूट नहीं दे देंगे।

By Ravi MishraEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 11:04 PM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 11:04 PM (IST)
School Fees : बैकफुट पर आया स्कूल एसोसिएशन, जरुरत मंदों को देगा फीस में राहत
बैकफुट पर आया स्कूल एसोसिएशन, जरुरत मंदों को देगा फीस में राहत

बरेली, जेएनएन। इतने दिनों की जद्दोजहद के बाद भी फीस के मुद्दे पर गुरुवार को इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन और रोहिलखंड अभिभावक समिति के साथ हुई बैठक में खास निष्कर्ष नहीं निकला। एसोसिएशन ने पूर्व में कही बातें फिर दोहरा दीं। साफ कहा कि सभी अभिभावकों को फीस में छूट नहीं दे देंगे। जो जरूरतमंद हैं, उन्हें रियायत दी जाएगी। लेकिन इसका वास्तविक कारण बताना होगा। छूट कितनी होगी यह भी तय नहीं होगा।

loksabha election banner

दोपहर एक बजे राजेंद्र नगर के जिंगल बेल स्कूल में हुई बैठक में महापौर डॉ. उमेश गौतम भी शामिल रहे। उन्होंने का कि स्कूलों को जरूरत अभिभावकों को फीस में छूट देनी चाहिए। एसोसिएशन के अध्यक्ष पारूष अरोड़ा ने कहा कि हमारे संगठन से जुड़े स्कूलों में अगर जरूरतमंद अभिभावकों को छूट नहीं मिल रही है तो वह ई-मेल पर मुझे मैसेज भेज सकते हैं। उनकी मदद की जाएगी।

टीशर्ट पहन कर ऑनलाइन क्लास नहींपारूष अरोड़ा ने कहा कि ऑनलाइन क्लास के दौरान ड्रेस कोड या यूनीफार्म अनिवार्य नहीं है। लेकिन टीशर्ट पहन कर ऑनलाइन क्लास नहीं करने की अनुमति दी जाएगी। बच्चा शर्ट पहन कर बैठ सकता है। रोहिलखंड अभिभावक सेवा समिति के अध्यक्ष विशाल मेहरोत्रा ने कहा कि स्कूल अभिभावकों पर फीस का दबाव नहीं बनाएंगे। लेकिन अभिभावक स्कूल में आकर संवाद करें। बैठक में निर्भय बेनीवाल, राजेश जोली, राजीव बग्गा राजेश गुप्ता मौजूद रहे।

स्कूल मांग रहे छह महीने की फीस, कहां से जमा करें

फीस के मुद्दे को लेकर अभिभावक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना कुछ अभिभावकों संग डीआइओएस डॉ. अमरकांत सिंह से मिलने पहुंचे। यहां अभिभावकों ने अपनी समस्या बताई। कहा कि स्कूल में तीन महीने की फीस जमा करने गए तो कहा कि छह महीने की लेकर आओ। कहां से एक साथ जमा करें। एक अन्य अभिभावक ने भी अपनी समस्या रखी। अंकुर सक्सेना ने कहा कि स्कूलों को बताना चाहिए कि जो फीस ले रहे वह ऑनलाइन या ऑफलाइन पढ़ाई की है। अगर ऑनलाइन की फीस मांग रहे तो उसकी समीक्षा की जाए।

किसी भी बच्चे का नाम फीस की वजह से नहीं काटा जा सकता। अगर कोई अभिभावक तीन महीने की फीस जमा कर रहे हैं तो भी स्कूल वापस नहीं कर सकते। अगर ऐसा हो रहा है तो लिखित शिकायत दें, समस्या का समाधान कराया जाएगा।डॉ. अमर कांत सिंह, डीआइओएस बरेली

 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.