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बरेली की अंधेरी सड़क पर कटी क्रिकेटरों की खौफनाक रात, दर्द लेकर Bareilly से Delhi लौटे खिलाड़ी

Bareilly News दिल्ली से बरेली क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने आई क्रिकेट टीम ये रात कभी नहीं भूलेगी। ये वाे खौफनाक रात है जिसे उन्होंने अंधेरी सड़क पर काटा।भूखे प्यासे रहने वाले खिलाड़ियों ने आयोजकों की पोल भी खोली।

By Jagran NewsEdited By: Ravi MishraPublished: Wed, 05 Oct 2022 07:16 AM (IST)Updated: Wed, 05 Oct 2022 07:16 AM (IST)
बरेली की अंधेरी सड़क पर कटी क्रिकेटरों की खौफनाक रात, दर्द लेकर Bareilly से Delhi लौटे खिलाड़ी
बरेली की अंधेरी सड़क पर कटी क्रिकेटरों की खौफनाक रात, दर्द लेकर Bareilly से Delhi लौटे खिलाड़ी

बरेली, जागरण संवाददाता। Bareilly News : दिल्ली से बरेली क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने आई 14 सदस्यीय टीम बड़ी मुसीबत में फंस गए। सुबह से भूखे प्यासे खिलाड़ियों काे रात अंधेरी सड़क पर काटने के लिए मजबूर हाेना पड़ा। किसी तरह से उन्हाेंने स्वजन को मामले की जानकारी दी। देर रात ही दिल्ली से बच्चों के अभिभावकों ने एसएसपी से फोन कर पूरी बात बताई।

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एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद बच्चों को मुसीबत में फंसा देख पुलिस टीमें मौके पर दौड़ पड़ी। बच्चों को सकुशल पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली के लिए रवाना किया गया। सीबीगंज के सनईया रानी गांव स्थित खुसरो मेमोरियल डिग्री कालेज है। कालेज प्रांगण में एक क्रिकेट मैदान है।

दिल्ली से 14 सदस्यीय टीम क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने बरेली पहुंची थी। टीम के साथ उनका कोच नहीं आया था। कोच ने अपने भाई रजत को भेज दिया था। टीम सोमवार दोपहर कालेज पहुंची। कुछ देर आराम करने के बाद बच्चे मैच प्रैक्टिस में लग गए। बाद में उन्हें कालेज के अंधेरे कमरों में रुकवाया जाएगा। आपत्ति पर दूसरी जगह शिफ्ट करने की बात की गई लेकिन, ऐसा नहीं किया गया। बिना अनुमति टूर्नामेंट कराने की बात सामने आई है।

सात हजार में फर्स्ट क्लास सुविधाओं का वादा, दी खराब पूड़ी

दिल्ली से आए एक इतवीर सिंह और नोएडा के अंतिम कोहली ने बताया कि टूर्नामेंट के नाम पर उनसे प्रति बच्चे सात हजार रुपये लिए गए हैं। उनके कोच ने उन्हें बताया था कि अच्छे होटल में रहने के साथ स्वादिष्ट खाना उन्हें खाने को मिलेगा। दोपहर में बच्चों ने पास की दुकान से ही खरीद कर समोसे खा लिए। उन्होंने सोचा कि शाम को खाना मिलेगा, लेकिन जब रात तक खाना नहीं मिला। आयोजक सौरभ को जब कोच के भाई ने फोन कर कहा तो उसने खराब पूड़ी भेज दी।

देर रात गांव की सड़क पर बैठे बच्चे, मची खलबली

खिलाड़ियों ने स्व्जन को बताया कि सभी एक गांव में फंसे हुए हैं। रोड पर लाइट तक नहीं लगी है। आसपास खेत है। उन्हें यहां बहुत डर लग रहा है। बच्चों की बातें सुन मां बाप के भी होश उड़ गए, उन्होंने तुरंत ही एसएसपी अखिलेश चौरसिया को फोन लगाया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई।

उन्होंने सीबीगंज इंस्पेक्टर ओमप्रकाश गौतम को मौके पर जाने को कहा। रात करीब दो बजे पुलिस सुरक्षा के बीच खिलाड़ियों को लेकर जंक्शन पहुंची लेकिन, दिल्ली की कोई ट्रेन ना होने के कारण सुबह चार बजे बस से दिल्ली रवाना किया गया। एसएसपी अखिलेश चौरसिया खुद पूरे मामले की मानीटरिंग कर रहे थे। खिलाड़ियों ने एसएसपी को थैंक्यू बोला। 


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