ठेके पर सफाई व्यवस्था देने के आदेश पर भडके कर्मचारी, तीन दिन का दिया अल्टीमेटम
शहर में सफाई व्यवस्था निजी हाथों में दिए जाने पर सफाई कर्मचारी भड़क गए। बुधवार को उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम में हंगामा कर दिया। निजीकरण का आदेश वापस न लेने पर सफाई व्यवस्था ठप कर धरना की चेतावनी दी है।
बरेली, जेएनएन। शहर में सफाई व्यवस्था निजी हाथों में दिए जाने पर सफाई कर्मचारी भड़क गए। बुधवार को उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम में हंगामा कर दिया। उन्होंने तीन दिन में निजीकरण का आदेश वापस नहीं लेने पर सफाई व्यवस्था ठप कर धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। सफाई कर्मचारी नेताओं के अनुसार नगर निगम ने शहर के दस वार्डों से सरकारी सफाई कर्मचारियों को हटाकर वहां ठेके पर सफाई कराने का फैसला लिया है। सरकार की ओर से वार्डों में निजीकरण का कोई आदेश नहीं है।
बावजूद इसके निगम का यह फैसला सफाई कर्मचारियों का शोषण है। उन्होंने कहा कि निजीकरण का सभी सफाई कर्मचारी विरोध करते हैं। उन्होंने बताया कि अगर तीन दिन के अंदर निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लिया गया तो तमाम कर्मचारी संगठन विरोध कर सांकेतिक धरना-प्रदर्शन करेंगे। अगर ऐसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी। इस बाबत उन्होंने संयुक्त नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह को ज्ञापन दिया। इस दौरान यूनियन के राजेश कुमार, हरिओम सिंह, विजय कुमार मन्नू, सुरेश शिंदे समेत अन्य सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।