अखिलेश यादव ने जिलाध्यक्ष शुभलेश समेत जिला कार्यकारिणी की बर्खास्त
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने जिला कमेटी तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है।
बरेली(जेएनएन)। जिले में समाजवादी पार्टी में चल रही उठा पटक के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने जिला कमेटी तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की ओर से इस संबंध में पत्र भी जारी कर दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष की ओर से जारी किए गए पत्र के अनुसार, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव सहित पूरी जिला कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। अखिलेश यादव की कड़ी कार्रवाई से सपाइयों में खलबली मच गई हैं। लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में तमाम पार्टी नेता जिलाध्यक्ष की कुर्सी हथियाने में जुट गए हैं। वहीं, दूसरी ओर सपा में बगावत और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।
कमेटी भंग करने के पीछे की वजह साफ नहीं
जिलाध्यक्ष के साथ जिला कमेटी भंग करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्पष्ट नहीं किया है कि इसके पीछे की वजह क्या है, लेकिन जिस तरह शिवपाल सिंह यादव ने पहले सेक्यूलर मोर्चा और फिर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया उससे समाजवादी पार्टी में बेचैनी शुरू हुई है। पुरानी कमेटी को भंग करके नई कमेटी गठित होगी। कुछ मजबूत चेहरे आगे लाए जा सकते हैं।
पिछले समय से जोड़-तोड़ में लगे थे कई बड़े नेता
2017 विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव को हटाते हुए शुभलेश को जिम्मेदारी सौंपी थी। उस समय भी उसकी ताजपोशी पर पार्टी में विरोध के स्वर उठे थे। इतना ही नहीं, जिलाध्यक्ष को हटवाने के लिए भगवत शरण गंगवार और कुछ दूसरे बड़े नेता पिछले कुछ समय से जोड़-तोड़ में लगे भी हुए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि नए चेहरों को सामने लाया जा सकता है।
वीरपाल यादव के इस्तीफे के बाद मची थी खलबली
बता दें कि बीते दिनों मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल सिंह यादव ने नाराज होकर पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही शिवपाल यादव की समाजवादी सेक्यूलर माेर्चा में शामिल हो गए थे। उनके साथ उनके पचास से ज्यादा समर्थकों ने भी पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद पूर्व छात्रसभा अध्यक्ष शिव प्रताप यादव समेत तकरीबन 100 से ज्यादा सपा नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़ चुके हैं। वहीं, पार्टी में अंदरखाने में भी काफी खींचतान चल रही है। इसके चलते सपा प्रमुख अखिलेश यादव खफा चल रहे थे।