साक्षी-अजितेश प्रेम विवाह प्रकरण : गोपनीयता के लिए पुलिस के नंबर भी बंद Bareilly News
इज्जतनगर पुलिस के एक दारोगा एक महिला सिपाही व दो सिपाही उनके साथ तैनात कर दिए गए हैं। सभी के मोबाइल नंबर बंद करा दिए गए।
बरेली, जेएनएन : प्रेम विवाह के बाद साक्षी व अजितेश अब अज्ञात स्थान पर हैं। सुरक्षा के लिहाज से उनका ठिकाना गोपनीय रहे, इसलिए उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन ऑफ करा दिए गए हैं। वे किसी से संपर्क नहीं कर सकते।
सोमवार को हाईकोर्ट में पेश होने के बाद आदेश हुए थे कि साक्षी व अजितेश को पुलिस सुरक्षा दी जाए। जिसके बाद इज्जतनगर पुलिस के एक दारोगा, एक महिला सिपाही व दो सिपाही उनके साथ तैनात कर दिए गए हैं। सभी के मोबाइल नंबर बंद करा दिए गए। इन पुलिसकर्मियों को विभागीय जरूरत पर यदि फोन करने की जरूरत होगी तो वे अपना नंबर ऑन कर सिर्फ एसएसपी व इज्जतनगर थाना प्रभारी से बात कर सकेंगे। जिस तरह साक्षी व अजितेश ने अपनी जान को खतरा बताया है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि वे कुछ दिन शहर से दूर ही रहेंगे। अभी घर वापसी की उम्मीद कम ही है।
बरेली पुलिस के पास पहुंचा कोर्ट का आदेश
मंगलवार को इज्जतनगर पुलिस के पास सुरक्षा संबंधी कोर्ट का आदेश पहुंच गया। जिसके बाद अजितेश के वीर सावरकर नगर स्थित घर पर स्थाई पिकेट तैनात कर दी गई। एक दारोगा व तीन सिपाही 24 घंटे तैनात रहेंगे।
हालांकि, इससे पहले माहौल गरमाने पर नौ जुलाई से ही वहां एहतियातन अस्थाई तौर पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
क्या है मामला
बिथरी विधायक राजेश मिश्र उर्फ पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी तीन जुलाई को अपने प्रेमी अजितेश के साथ घर से चली गईं और चार जुलाई को दोनों ने मंदिर में शादी कर ली। उसके बाद वीडियो वायरल कर जान का खतरा बताया था।
साक्षी नाम का ट्विटर हैंडल फैन क्लब में बदला
बिथरी विधायक राजेश मिश्र की बेटी साक्षी का प्रेम विवाह प्रकरण बरेली से निकलकर दिल्ली तक पहुंचा तो देश भर में सुर्खियां बन गया। देखते ही देखते प्रकरण को लेकर सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छिड़ गई। बड़ी तादात पर लोगों ने ट्विटर पर साक्षी-अजितेश के हैंडल सर्च करना और फॉलो करना शुरू कर दिया। दोनों सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुए तो उनके नाम से ट्विटर पर कई फर्जी हैंडल बना डाले गए।
चार दिन के अंदर देखते ही देखते इन हैंडल पर हजारों फॉलोअर बढ़ गए। ऐसा ही एक फर्जी हैंडल, जो सोमवार तक साक्षी मिश्र के नाम से चल रहा था, वो मंगलवार को अचानक नरेंद्र मोदी फैन क्लब में बदल गया। तब इसे फॉलो करने वाले लोगों को सच्चाई का पता चल सका। कई लोगों ने इसे लेकर फेसबुक और ट्विटर पर नाराजगी जाहिर की तो कई मजे लेते रहे।