रुहेलखंड विवि माडल प्रश्नपत्र जारी कर सुलझाएगा छात्रों की उलझन
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में प्रश्नपत्र के नए प्रारूप को लेकर गुरुवार को विमर्श हुआ। छात्रों की उलझन को सुलझाने के लिए इसका प्रारूप जारी करने पर सहमति बनी। माडल प्रारूप छात्रों को परीक्षा से पहले ही मुहैया कराया जाएगा। बैठक में आनलाइन रिसर्च के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।
बरेली, जेएनएन: महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में प्रश्नपत्र के नए प्रारूप को लेकर गुरुवार को विमर्श हुआ। छात्रों की उलझन को सुलझाने के लिए इसका प्रारूप जारी करने पर सहमति बनी। माडल प्रारूप छात्रों को परीक्षा से पहले ही मुहैया कराया जाएगा। बैठक में आनलाइन रिसर्च के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।
परीक्षा की तैयारियों को लेकर हुई बैठक के दौरान कुलपति प्रो. केपी सिंह ने सामान्य पाठ्यक्रम, संगठन, महाविद्यालयों के संचालन, आनलाइन रिसर्च प्रस्ताव आदि पर भी चर्चा की। उन्होंने न्यूनतम सामान्य पाठ्यक्रम की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली। छात्रों की समस्याओं को प्राथमिकता पर रखते हुए उनके असमंजस को दूर करने के निर्देश दिए। कोविड काल में विवि कर्मियों एवं शिक्षकों की मृत्यु के प्रकरण में प्राथमिकता के आधार पर भुगतान करने को कहा। उनके स्वजन का भी हाल जाना। राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान के तहत किए कार्यों की रिपोर्ट जल्द देने को कहा। विवि में नए वर्क कोर्सेज शुरू करने की प्रगति भी जानी। प्रो. संजय मिश्रा, प्रो. ब्रजेश त्रिपाठी, प्रो. नलिनी श्रीवास्तव, प्रो. एसके पांडेय, डा. अमित सिंह, प्रो. सुधीर कुमार, कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय आदि उपस्थित रहे। ब्लैक लिस्टेड कालेजों की सूची बने तो केंद्रों का हो निर्धारण
रुहेलखंड विवि की ओर से परीक्षा को लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं, लेकिन केंद्रों को लेकर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। अभी तक सिर्फ 358 कालेजों को ही केंद्र बनाया जा सका है। परीक्षा कार्यक्रम घोषित होने के बाद भी केंद्रों का निर्धारण न हो पाने में ब्लैक लिस्टेड कालेजों की सूची आड़े आ रही है। परीक्षा में मात्र 21 दिन ही बचे हैं। वहीं अभी तक केंद्र परीक्षा निरीक्षक टीमों का गठन भी नहीं किया गया है। परीक्षा नियंत्रक संजीव सिंह का कहना है कि स्वकेंद्रों की स्थिति जल्द ही स्पष्ट हो जाएगी। ब्लैक लिस्टेड कालेजों की सूची तैयार की जा रही है।