हर प्रवासी के हाथों तक खाना-पानी पहुंचा रहा संघ
वैसे तो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में प्रवासियों को निश्शुल्क खाना-पानी देने की जिम्मेदारी इंडियन रेलवे कैटरिग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) की है लेकिन संक्रमण के डर से आइआरसीटीसी के कर्मचारी ट्रेन के कोच के गेट के बाहर जमीन पर खाने के पैकेट और पानी की बोतलें रख देते थे। जिन्हें प्रवासियों को खुद ही उठाकर आपस में बांटना पड़ता था। जिसके चलते कई बार खाने के पैकेट पाने के लिए प्रवासियों में कोच के अंदर मारपीट तक हो जाती थी।
जेएनएन, बरेली : वैसे तो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में प्रवासियों को निश्शुल्क खाना-पानी देने की जिम्मेदारी इंडियन रेलवे कैटरिग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) की है, लेकिन संक्रमण के डर से आइआरसीटीसी के कर्मचारी ट्रेन के कोच के गेट के बाहर जमीन पर खाने के पैकेट और पानी की बोतलें रख देते थे। जिन्हें प्रवासियों को खुद ही उठाकर आपस में बांटना पड़ता था। जिसके चलते कई बार खाने के पैकेट पाने के लिए प्रवासियों में कोच के अंदर मारपीट तक हो जाती थी। जबकि कई प्रवासियों को खाना-पानी नहीं मिल पाता था। ऐसे में अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने हर प्रवासियों के हाथों तक भोजन पहुंचाने की जिम्मेदारी संभाल ली है। मंगलवार को संघ कार्यकर्ताओं ने रेल प्रशासन से अनुमति लेकर स्टेशन पर छह श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में प्रवासियों को खाना उपलब्ध कराया। खाने के साथ यात्रियों को एक लीटर पानी की बोतल या पानी के पाउच भी दिए गए। इस दौरान कार्यकर्ता संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, ग्लव्स आदि पहने रहे। अब इसी तरह संघ 31 मई तक रोजाना 15 हजार से अधिक यात्रियों के हाथों तक खाना पहुंचाएगा। आरएसएस के विभाग प्रचारक आनंद ने बताया कि कोई व्यक्ति भूखा न सोए इसके लिए आरएसएस हर संभव प्रयास कर रहा है। पूरे देश में स्वयंसेवक इस कार्य में लगे है। बरेली के स्वयंसेवक असहाय एवं गरीबों के साथ हर संभव सहायता में लगे हैं। महानगर प्रचारक प्रमुख आलोक प्रकाश ने बताया कि स्वयं सेवक रोजाना श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आने वाले प्रवासियों को 15 हजार लंच पैकेट बांटेंगे।