ए ग्रेड लेने के लिए रुहेलखंड यूनिवर्सिटी कराएगी विभागों का एकेडमिक ऑडिट Bareilly News
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड यूनिवर्सिटी अब अपने सभी विभागों का एकेडमिक ऑडिट कराएगी। इसमें विभागों की परफॉर्मेंस से लेकर शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका भी देखा जाएगा।
अखिल सक्सेना, बरेली : महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड यूनिवर्सिटी अब अपने सभी विभागों का एकेडमिक ऑडिट कराएगी। इसमें विभागों की परफॉर्मेंस से लेकर शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका भी देखा जाएगा। ऑडिट की निगरानी के लिए वर्किंग कमेटी बनेगी। इसके सदस्य विभागों में जाकर यह सब देखेंगे। वहीं, छात्र-छात्राओं से शिक्षकों के क्लास में पढ़ाने के तरीके से लेकर कैंपस में शैक्षणिक माहौल सहित कई चीजों का ऑनलाइन फीड बैक लिया जाएगा। यह फीड उन्हें ई-मेल के जरिए देना होगा। यह सारी कवायद नैक मूल्यांकन में ए ग्रेड लाने को लेकर की जा रही है।
रुहेलखंड यूनिवर्सिटी का नैक मूल्यांकन दो बार हो चुका है। सबसे पहले वर्ष 2005 में बी प्लस ग्रेड मिला था। लेकिन उसके बाद इसमें थोड़ी सी गिरावट वर्ष 2015 के नैक मूल्यांकन की ग्रेडिंग में आई और रुहेलख्रंड यूनिवर्सिटी को बी ग्रेड से संतोष करना पड़ा। अब जून 2021 में नैक मूल्यांकन प्रस्तावित है। ऐसे में यूनिवर्सिटी इस बार ए ग्रेड पाने में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती। यही वजह है कि यूनिवर्सिटी की इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आइक्यूएसी) ने तैयारी शुरू कर दी है।
बनेगी प्रश्नावली, देने होंगे जवाब
आइक्यूएसी सेल की कोआर्डिनेटर डॉ क्षमा पांडेय ने बताया कि विभागों के एकेडमिक ऑडिट कराने के लिए प्रश्नावली बनेगी। इसमें शिक्षकों के पढ़ाने तरीके, उनकी विषय की दक्षता सहित विभागों का शैक्षिक परिवेश आदि पर सवाल होंगे, जिनके जवाब शिक्षकों को देने होंगे।
होगा स्टूडेंट सटिस्फैक्शन सर्वे, छात्र देंगे फीड बैक
यूनिवर्सिटी कैंपस में करीब पांच हजार विद्यार्थी हैं। स्टूडेंट सटिस्फैक्शन सर्वे(एसएसएस) के जरिए छात्रों से शिक्षकों के क्लास पढ़ाने से लेकर कैंपस के शैक्षिक माहौल से जुड़ा फीडबैक लिया जाएगा। इसके लिए सभी छात्रों की ई-मेल आइडी ले ली गई है, जिन पर इससे जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे। छात्रों को उसी के जरिए ई-मेल पर जवाब देने होंगे। जिसकी रिपोर्ट तैयार कर विभागों को भेजकर व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।