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Rohilkhand University Admission News : इस बार सिर्फ प्रवेश परीक्षा की मेरिट से होंगे दाखिले, न काउंसिलिंग होगी और न ही रजिस्ट्रेशन

Rohilkhand University Admission News महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने नये सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। 31 अगस्त तक छात्र अपनी मर्जी के महाविद्यालय में प्रवेश ले सकेंगे। यह बात सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपित प्रो. केपी सिंह ने वार्ता के दौरान कही।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 07:23 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 07:23 PM (IST)
Rohilkhand University Admission News : इस बार सिर्फ प्रवेश परीक्षा की मेरिट से होंगे दाखिले, न काउंसिलिंग होगी और न ही रजिस्ट्रेशन
अभ्यर्थियों के पास होगा एडमिशन का आप्शन, महाविद्यालय अपने स्तर पर करेंगे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी।

बरेली, जेएनएन। Rohilkhand University Admission News : महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने नये सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। 31 अगस्त तक छात्र अपनी मर्जी के महाविद्यालय में प्रवेश ले सकेंगे। यह बात सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपित प्रो. केपी सिंह ने वार्ता के दौरान कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर के प्रवेश के लिए इंट्रेंस कराकर मैरिट जारी करेगा।इस बार किसी भी छात्र की काउंसलिंग नहीं होगी। मेेरिट लिस्ट जारी किए जाने के बाद महाविद्यालय अपने स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर छात्र का डेटा विश्वविद्यालय को भेजेंगे।

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कुलपति ने बताया कि स्नातक के प्रथम वर्ष में होने वाली प्रवेश नई शिक्षा नीति के तहत ही होंगे। कुलपति ने बताया की राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अंगीकार करने वाला यह प्रथम विश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय ने नवीन सत्र में प्रवेश के साथ ही नई शिक्षा नीति के प्रावधानों को लागू करते हुए छात्रों का प्रवेश करने के निर्देश भी जारी किए हैं। इस दौरान मीडिया प्रभारी डा. अमित सिंह, रविंद्र गौतम, तपन वर्मा, जहीर अहमद मौजूद रहे।

महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय की गाइडलाइन का करना होगा पालन : विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार महाविद्यालयों को कई प्रकार की छूट दी गई है। जिसके आधार पर वह छात्रों के प्रवेश मेरिट अथवा प्रवेश परीक्षा के आधार पर कर सके। एडमिशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर लेना है या एंट्रेंस के आधार पर इसका निर्णय भी महाविद्यालय अपने स्तर पर ही करेंगे। लेकिन एडमिशन लेने के दौरान विवि के मानक, सरकार की गाइड लाइन, कोविड गाइड लाइन और लीगल एडमिशन ही हों इस बात का खास ध्यान रखना होगा।

गलत तरीके से नहीं हो सकेंगे प्रवेश : नये सत्र की एडमिशन प्रक्रिया में कोई भी महाविद्यालय गलत तरीका अपनाकर किसी भी छात्र या छात्रा का प्रवेश नहीं कर सकेगा। इसके लिए अभी जो रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की गई है उसके तहत सिर्फ प्रोविजनल रजिस्टे्रशन हो रहे हैं। प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन का डेटा सभी महाविद्यालय विश्वविद्यालय को भेजेंगे। जिसे विश्वविद्यालय रीचेक करेगा उसके बाद ही उसे कंफर्म माना जाएगा। अगर किसी भी महाविद्यालय ने गलती की होगी तो उसे डेटा रीचेक करते हुए पकड़ में आ जाएगा। गलत प्रक्रिया व विश्वविद्यालय की गाइडलाइन का पालन न करने वाले महाविद्यालयों के विश्वविद्यालय प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन कैंसिल भी कर सकता है।

10 निदेशालय एवं सेलों का निर्माण : कुलपति ने बताया कि लाकडाउन में जब सभी संस्थान बंद थे तब विश्वविद्यालय लगातार अपने निदेशालय एवं सेलों का निर्माण एवं विस्तार करने में लगा रहा। इस दौरान विश्वविद्यालय ने 10 निदेशालय एवं सेलों का निर्माण किया। जो न केवल विश्वविद्यालय बल्कि समाज के भी लिए मददगार साबित होगा।

एक नजर आंकड़ों पर

कुल महाविद्यालय : 563

पंजीकृत होने वाले छात्रों की संख्या : छह लाख

रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि : 31 अगस्त

आठ सितंबर के बाद लेट फीस के रूप में : 400 रुपये

15 सितंबर तक स्नातक के रजिस्ट्रेशन के लिए : 800 रुपये


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