सरकार ने खोले कई मोर्चे, कुछ में मिली फतह तो कई में पिछड़े
बरेली (जेएनएन)। योगी सरकार का एक साल 19 मार्च को पूरा हो गया। सरकार के एक साल के कार्यकाल पर
बरेली (जेएनएन)। योगी सरकार का एक साल 19 मार्च को पूरा हो गया। सरकार के एक साल के कार्यकाल पर हमने लोगों की राय जानी, जवाब मिलाजुला रहा। लोगों ने कुछ मोर्चो पर तो सरकार के बेहतरी से काम करने की बात कही तो कई में पिछड़ने की राय जताई। एंटी रोमियो स्क्वॉड, भ्रष्टाचार पर लगाम, अफसरों की ऑफिस टाइमिंग सुधरी, गोकशी पर रोक जैसी तेज रफ्तार शुरूआती महीनों में रही। इस तेजी के चलते जल्द ही थकान भी सरकार के कदमों पर दिखने लगी। बिजली की उपलब्धता, गोकशी पर लगाम और अफसरों की टाइमिंग के मामले को छोड़ दें तो अन्य मोर्चो पर सरकार वह हासिल नहीं कर सकी जिसकी उम्मीद थी। खासकर किसानों की ऋण माफी में तो न टारगेट पूरा हुआ और जो हुआ उसमें भी कमियां दिखाई दे रहीं हैं। इसके अलावा सबसे ज्यादा किरकिरी भाजपाइयों के रवैये से हुई। कई जगह खुली गुंडागर्दी के मामले सामने आए। प्रशासनिक से लेकर पुलिस अधिकारियों को भी निशाना बनाया गया।
क्या कहती है जनता .
सरकार का एक साल का कार्यकाल अच्छा है। नकल पर रोक लगी और पढ़ाई का स्तर सुधरा है। गांव आने-जाने के लिए बसें बढ़ी हैं।
-एमवी सिंह, कैलीफोर्निया कैंपस
प्राप्तांक : 8/10
योगी सरकार कहती ज्यादा और काम कम करती है। किसान कर्ज माफी मामले में सरकार फेल ही दिखाई दी है। उम्मीद है आगे कुछ बेहतर हो।
- प्रहलाद शाक्य, आजाद नगर
प्राप्तांक : 6/10
इस सरकार में कारोबार उजड़े। अतिक्रमण हटाए लेकिन गंदगी नहीं हटा पाए। पार्टी में अच्छा ओहदा पाए लोगों ने भी सड़कछाप गुंडई की है।
- नजाकत खां, पुराना शहर
प्राप्तांक : 4/10
इस सरकार के आने पर काफी सुधार हुआ है। अपराध कम और विकास तेज हुआ। अवैध कटान रुका। गेहूं का समर्थन मूल्य भी सरकार ने बढ़ाया है।
- राजेश जसोरिया, व्यापारी
प्राप्तांक : 10/10
रोजगार की तरफ सरकार का ध्यान है। अराजक तत्वों पर लगाम लगी है। हालांकि, निचले स्तर पर पार्टी में अनुशासन की जरूरत है।
- अनुराग सिंह, कुतुबखाना
प्राप्तांक : 6/10
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बोले नेता
अनुभव विहीन, पूर्णत: दिशाहीन और ज्ञानहीन सरकार है। जो नतीजे की उम्मीद हमें सरकार से थी, वही निकल रहा है। सरकार की वजह से व्यापारी, किसान और नौजवान काफी परेशान है। मध्यम वर्ग और आम नागरिक हर मोर्चे पर परेशान हैं। पाकिस्तान और चीन का विरोध करने की जगह ¨हदू और मुस्लिम की आग भड़का रहे हैं। जिस दिन लोग जागरूक हो गये सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। इसकी शुरूआत भी हो चुकी है।
- प्रवीन सिंह ऐरन, पूर्व सांसद, कांग्रेस
योगी सरकार मिशन में सफल रहते तो जनता रिजल्ट ये न देती। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों को उप चुनाव में नकार दिया। झूठ की नाव ज्यादा दिन तक नहीं चलती है। वादों पर सरकार खरी नहीं उतरी है। खासकर नौजवान तबका खुद को ठगा महसूस कर रहा है। जिले में भी हर मुद्दे पर विफल रहे। दूसरी सरकार में लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देने वाले भाजपाई कानून व्यवस्था को पार्टी के पदाधिकारी ही कई बार पलीता लगाते हुए दिखाई दिए हैं।
- राजेश सागर, जिलाध्यक्ष, बसपा
सीएम अखिलेश ने जो काम शुरू करवाए थे वो भाजपा सरकार पूरे नहीं कर पाई। असली अपराधी खुलेआम अपराध कर रहे हैं और निर्दोषों को जेल में ठूस रहे हैं। महिलाओं के साथ अपराध बढ़े। दो कैबिनेट मंत्री और एक केंद्र में मंत्री होते हुए भी विकास की एक भी ईंट नहीं रखी गई। शिक्षामित्रों पर कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस अगर निष्पक्ष काम करती है तो भाजपा के गुंडे थानों में पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करते हैं। शहर में संट्टा और जुआ जितना हो रहा है उतना बरेली में कभी नहीं हुआ।
- शुभलेश यादव, जिलाध्यक्ष, सपा