अनियमित ब्लड प्रेशर से बन जाएंगे गुर्दे की बीमारी के शिकार
आइएमए सीजीपी (कॉलेज ऑफ जनरल प्रैक्टिसनर्स) की ओर से शनिवार शाम स्टेशन रोड स्थित एक होटल में गुर्दा रोग पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
जेएनएन बरेली : आइएमए सीजीपी (कॉलेज ऑफ जनरल प्रैक्टिसनर्स) की ओर से शनिवार शाम स्टेशन रोड स्थित एक होटल में गुर्दा रोग पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
वरिष्ठ गुर्दा रोक विशेषज्ञ डॉ. अरुण कुमार शाह ने बताया कि हाइपरटेंशन किडनी के रोक का मुख्य कारण बन सकता है। ब्लड प्रेशर बढऩे से किडनी की परेशानियां बढ़ती हैैं। लगातार अनियमित ब्लड प्रेशर के कारण गुर्दे खराब होते हैैं। खिंचाव के कारण धमनियां कमजोर हो जाती हैं। इस कारण किडनी वेस्ट प्रोडक्ट और एक्सट्रा फ्लूड (पानी) को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती। गंभीर स्थिति में किडनी फेल भी हो सकती है। उन्होंने लगातार ब्लड प्रेशर बढऩे पर किडनी की जांच भी कराने की सलाह दी। साल में एक बार दिल और आंखों की जांच करवाने को भी कहा। इस दौरान डॉ. अनूप आर्य, डॉ. एके सिंघल, डॉ. पल्लव गुप्ता, डॉ. विनोद गोयल आदि मौजूद रहे।
गुर्दे की बीमारी से बचाव
- हाइपरटेंशन को नियंत्रित रखें।
- कम नमक खाएं
- पोटेशियम की मात्रा अधिक लें
- सब्जियां अधिक खाएं
- धूम्रपान व शराब का सेवन नहीं करें
- फल व फाइबर अधिक लें
- नियमित व्यायाम करें
- तनाव नहीं लें
गुर्दे की बीमारी के लक्षण
- पेशाब ज्यादा या कम आना
- भूख नहीं लगना
- थकान
- उल्टी, जी मचलाना
- खुजली
- सूखी त्वचा
- वजन कम होना
- मांसपेशियों में अकडऩ