बिजली ने छीनी मौसम से मिली राहत तो उमस ने किया परेशान Bareilly News
लोगों ने उपकेंद्र पर फोन किया तो जल्द बिजली आने का आश्वासन दिया लेकिन लोगों की दोपहर बिजली के इंतजार में गुजरी।
बरेली, जेएनएन : शहर में गुरुवार को हुई बारिश से राहत मिली। यह राहत जल्द ही कई क्षेत्रों में गहराए बिजली संकट ने छीन ली। कुछ क्षेत्रों में बारिश रुकने के तुरंत बाद बिजली चली गई, जिससे लोग उमस से परेशान रहे।
सबसे अधिक बिजली संकट किला, बिहारीपुर के मुहल्लों और सुभाष नगर में रहा। इन तीनों ही जगह बिजली बारिश रुकने के बाद गई। इसके बाद तीनों ही जगह एक घंटे से अधिक तक बिजली गुल रही। लोगों ने उपकेंद्र पर फोन किया, तो जल्द बिजली आने का आश्वासन दिया, लेकिन लोगों की दोपहर बिजली के इंतजार में गुजरी। सुभाष नगर में सुबह के समय टि¨पग की समस्या रही। वहीं किला उपकेंद्र से जुड़े क्षेत्रों में पूरे दिन बिजली टिपिंग की समस्या रही। बिहारीपुर के मुहल्लों में शाम के समय भी आधा घंटा को बिजली गुल हुई।
बढ़ी बिजली दरों पर जताया रोष
किसान एकता मंच के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अफसरों को दिया। ज्ञापन में उन्होंने एकाएक बढ़ाई गई बिजली दरों पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। बढ़ी बिजली दरों को वापस लिया जाए। इस मौके पर डॉ. रवि नागर, सुषमा शर्मा, रहीस खां, इरशाद अंसारी आदि मौजूद रहे।
शहर के निचले इलाकों में हुआ जलभराव
शहर में कई दिनों से पड़ रही उमस भरी गर्मी से लोगों को गुरुवार को राहत मिली। दिन का अधिकतम तापमान भी कम रहा। मौसम विभाग के अनुसार शहर में 7.5 एमएम बारिश हुई। हालांकि इससे शहर के निचले क्षेत्रों में लोग जलभराव से परेशान रहे।
मौसम विभाग की बेवसाइट के अनुसार आने वाले दिनों में आसमान में बादल छाए रहेंगे। रविवार को बारिश होने का पूर्वानुमान है, लेकिन यह हवा के दबाव पर निर्भर करेगा। गुरुवार को शहर में पूर्वाह्न 11 बजे के बाद मौसम तेजी से बदला। लालफाटक, कैंट क्षेत्र में दोपहर 12.30 बजे से तेज बारिश हुई। थोड़ी देर बारिश बंद हुई। फिर 1.30 बजे से तेज बारिश कचहरी, सिविल लाइंस, जंक्शन, अयूब खां चौराहा समेत पूरे शहर में हुई। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान दो डिग्री अधिक 26.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएस कुशवाहा ने बताया कि यह बारिश धान की फसल के लिए काफी फायदेमंद है। किसानों को फसल की अच्छी उपज मिलेगी।