आज चांद दिखा तो जुमेरात को पहला रोजा
माह-ए-रमजान शरीफ का चांद बुधवार को नजर आ सकता है।
जागरण संवाददाता, बरेली : माह-ए-रमजान शरीफ का चांद बुधवार को नजर आ सकता है। जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खां कादरी ने कहा कि जिस किसी शख्स को चांद का दीदार हो जाए तो वे दरगाह आला हजरत के मरकजे दारूल इफ्ता आकर इसकी शहादत (गवाही) दे सकते हैं।
दरअसल, बुधवार को सावान की 29 तारीख है। इस रोज चांद दिखने की पूरी उम्मीद है। दरगाह की ओर से चांद की शहादत के लिए मरकजी सुन्नी रुयते हिलाल कमेटी का गठन किया है। रुहेलखंड परिक्षेत्र के उलमा-ए-कराम को इसमें शामिल किया गया है। ताकि आस-पास कहीं भी अगर किसी को चांद दिखे तो वे इस कमेटी के सदस्यों के सामने गवाही दे सकें। इसके अलावा चांद की तस्दीक के लिए इस बार व्यापक स्तर पर व्यवस्था की गई है। एक वाट्स-एप ग्रुप भी बनाया गया है। जिसके जरिये चांद दिखने की खबर को पूरी कौम तक पहुंचाया जाएगा। चांद दिखा तो पहली तरावीह आज
शहर काजी मुफ्ती असजद रजा खां के प्रतिनिधि खलील कादरी ने कहा कि मरकजी रुयते हिलाल कमेटी की जानिब से मंगलवार को चांद दिखने का कोई संदेश नहीं दिया गया था। दरअसल, समाचार में मंगलवार को चांद देखने का संदेश चला गया था। बहरहाल उन्होंने कहा कि अगर बुधवार को चांद नजर आ गया तो आज ही पहली तरावीह होगी। जबकि 17 मई को पहला रोजा होगा। रमजान के लिए सज गया बाजार
माह-रमजान के लिए शहर से लेकर देहात तक मजिस्दों में तैयारियां पुख्ता हो गई हैं। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में खान-पान की दुकानें सज गई हैं। सेवई के बड़े-बड़े स्टॉल लग गए हैं।