बरेली में रामेश्वर दयाल ने छोड़ा भाजपा का साथ, सपा ज्वाइन कर बोले- मेरा लक्ष्य अखिलेश को सीएम बनाना
Bareilly Politics आगामी विधान सभा चुनाव में दावेदारी करने वाले प्रत्याशी चुनाव लड़ने को टिकट पाने के लिए अपने स्तर पर कवायद कर रहे है। राजनीतिक दलों से पूर्व में टिकट की मांग कर रहे दावेदार सत्ता पक्ष छोड़कर अब अन्य पार्टियों को ज्वाइन कर रहे है।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Politics : आगामी विधान सभा चुनाव में दावेदारी करने वाले प्रत्याशी चुनाव लड़ने को टिकट पाने के लिए अपने स्तर पर कवायद कर रहे है। राजनीतिक दलों से पूर्व में टिकट की मांग कर रहे दावेदार सत्ता पक्ष छोड़कर अब अन्य पार्टियों को ज्वाइन कर रहे है। ताकि वह अपनी पंसद की विधानसभा से चुनाव में दावेदारी कर सके।
इसी क्रम में बरेली से भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर रामेश्वर दयाल ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली है। लखनऊ में हुए आयोजन में शहर के वरिष्ठ न्यूरोफिजिशियन राम सिंह कुशवाहा और उनकी पत्नी सलोना कुशवाहा ने भी सदस्यता ली। सलोना कुशवाहा शाहजहांपुर की तिलहर सीट से उम्मीदवारी चाहती हैं।
फरीदपुर विधान सभा सीट पर दावेदारी
बरेली में बतौर एडीएम तैनात रहे रामेश्वर दयाल ने लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भरोसा जताते हुए सदस्यता ली। चर्चा है कि वह फरीदपुर विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने रख सकते हैं।
सीट बचाने के लिए सपा छोड़ भाजपा से जोड़ा नाता
उनके बेटे संजय सिंह भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष रहे हैं। उनका कार्यकाल हाल में खत्म हुआ है। संजय सिंह भी पहले सपा पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष रहे थे। सीट खतरे में पड़ने के बाद भाजपा ज्वाइन की थी। अब संजय के भाजपा में रहते, पिता ने सपा में भरोसा जताया है। रामेश्वर दयाल ने कहा कि मेरा लक्ष्य अखिलेश यादव को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का है।
तिलहर विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी
वहीं न्यूरोफिजिशियन राम सिंह कुशवाहा की पत्नी सलोना कुशवाहा तिलहर विधानसभा सीट से टिकट मांग रही है। पिछले दिनों अखिलेश यादव उनके घर पहुंचे थे। शाहजहांपुर में उनका मायका भी है। बरेली में एडीजी तैनात रह चुके गुरबचन सिंह ने भी बसपा का साथ छोड़कर भाजपा ज्वाइन की है।