पतली सीवर ट्रंक लाइन पर सवाल, अफसर बोले सब दुरुस्त Bareilly News
शहर में बिछाई जा रही ट्रंक सीवर लाइन की क्षमता पर सवाल उठने तेज हो गए हैैं। महापौर इस बाबत नगर विकास मंत्री को पत्र भेज चुके हैं।
जेएनएन, बरेली: शहर में बिछाई जा रही ट्रंक सीवर लाइन की क्षमता पर सवाल उठने तेज हो गए हैैं। महापौर इस बाबत नगर विकास मंत्री को पत्र भेज चुके हैं। पूर्व महापौर भी कह रहे कि ट्रंक सीवर लाइन में मुहल्ले वाली लाइन डाली जा रही है। जल निगम इस वक्त अक्षर विहार के आसपास ट्रंक सीवर लाइन डलवा रहा है। वहां रहने वाले लोगों का कहना है कि लाइन मानक से कम क्षमता की लाइन डाली जा रही। ऐसे में सैकड़ों घरों से निकलने वाला सीवर कुछ साल बाद ओवरफ्लो होने की संभावना बनी रहेगी।
एक महीने पहले शुरू हुआ काम
जल निगम ने शहर के सेंट्रल जोन में सीवर ट्रंक लाइन बिछाने के लिए करीब एक महीने पहले काम शुरू कर दिया है। शहर में करीब 12.74 किमी ट्रंक सीवर लाइन बिछेगी, जिसके लिए शासन ने 54.85 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैैं।
भाजपाइयों ने लगाए आरोप
भाजपा दल उप नेता छंगामल मौर्य समेत अन्य पार्षदों ने भी सीवर लाइन आबादी के हिसाब से काफी कम क्षमता के होने का आरोप लगाया था। जिसके बाद महापौर डॉ. उमेश गौतम ने बीते दिनों मामले की जांच करवाने को नगर विकास मंत्री को पत्र भेजा, लेकिन अब तक जांच शुरू नहीं हुई है।
आधा दर्जन मुहल्लों में छोटी लाइन
अक्षर विहार से बड़ा डाकखाना तक 250 एमएम यानी 10 इंच व्यास की लाइन डाली जा रही है। इस छोटे से भाग में आवास विकास कालोनी का बड़ा भाग, वास्तु अपार्टमेंट, शास्त्री कॉलोनी, फ्रेंड्स कालोनी और डाकखाने वाला हिस्सा है। यहां सैकड़ों घरों के बावजूद कम क्षमता की सीवर लाइन डाली जा रही है। उसके आगे स्टेशन रोड तक लाइन की क्षमता बढ़कर तीन और स्टेशन रोड पर साढ़े तीन सौ मिमी हो जाएगी। मालगोदाम रोड से चौपुला चौराहे तक यह चार सौ मिमी क्षमता की हो जाएगी।
पूर्व महापौर बोले, मुहल्ले वाली
शहर में डाली जा रही ट्रंक सीवर लाइन के बारे में पूर्व महापौर डॉ. आइएस तोमर ने भी सवाल खड़े कर दिए हैैं। उनका कहना है कि दस इंच की ट्रंक लाइन नहीं डाली जानी चाहिए। इतनी मोटी ट्रंक लाइन तो अक्सर नगर निगम अपने मुहल्लों में डालता है। यह निश्चित रूप से मौजूदा आबादी के हिसाब से काफी कम है। जल निगम को कम से कम 15 इंच मोटाई की ट्रंक लाइन बिछाने से शुरुआत करनी चाहिए। यह ट्रंक लाइन नहीं मुहल्ले की लाइन कहलाएगी।
पर्याप्त क्षमता की डाल रहे ट्रंक लाइन
जल निगम के एक्सईएन संजय कुमार के मुताबिक शहर मेें पर्याप्त क्षमता की ट्रंक सीवर लाइनेें डाली जा रही हैैं। यह डिस्चार्ज हिसाब से 1600 एमएम व्यास तक की डाली जाएंगी। हर घर से सीवर, रसोई और बाथरूम का पानी इस सीवर में लिया जाएगा। इतनी क्षमता की लाइन डाली जा रही है। इसमें ड्रेनेज का पानी नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्षों पूर्व जब ट्रंक सीवर लाइन डाली गई थी तो उसमें सीवर के साथ ही ड्रेनेज भी डालने की व्यवस्था रखी गई थी। इसलिए वह अधिक क्षमता की थी। अब डाली जा रही लाइन आगे 30 साल तक चलेगी।
पांच स्थानों से निकालेगी ट्रंक सीवर लाइन
- सिंधु नगर से श्यामगंज चौराहा, कालीबाड़ी, बरेली कॉलेज रोड होते हुए चौपुला चौराहे तक बिछेगी।
- खुर्रम गौटिया से गांधी उद्यान, प्रभा सिनेमा से चौकी चौराहा होते हुए चौपुला चौराहे तक पहुंचेगी।
- अक्षर विहार से मुख्य डाकघर, साल्वेशन आर्मी रोड, जंक्शन पुलिस चौकी, मालगोदाम रोड होते हुए चौपुला चौराहे तक पहुंचेगी।
- चौपुला चौराहे से बरेली सिटी स्टेशन होते हुए जसोली फाटक तक जाएगी, जिसमें पहले की तीन लाइनें जुड़ेंगी।
- स्टेट बैैंक कालोनी से गढ़ी चौकी, अलखनाथ मंदिर, किला चौराहा, दूल्हा मियां मजार होते हुए जसोली फाटक आएगी। जसोली फाटक से दोनों लाइनों को एक कर सराय तल्फी में निर्माणाधीन एसटीपी तक पहुंचाया जाएगा।
क्या कहते है लोग
- बहुत छोटे पाइप डाले जा रहे हैैं। इससे लगता है कि ये लाइन अधिक सीवर की क्षमता को झेल नहीं पाएगी। बाद में लोगों को दिक्कत होगी। - मदन लाल
- सीवर लाइन तो इसी तरह से डाली जाती हैैं। अगर सीवर लाइन की सफाई ठीक से होती रही तो यह लंबे समय तक चल सकती है। - सुभाष अग्रवाल