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बदायूं में महंत की चाकू से गोदकर हत्या, बेकाबू भीड़ ने घेरा मंदिर

जरीफनगर थाना क्षेत्र के शेखूपुरा गांव में हनुमान मंदिर के महंत की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। चारदात के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। मंदिर घेरकर बैठे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 10:32 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 09:50 AM (IST)
बदायूं में महंत की चाकू से गोदकर हत्या, बेकाबू भीड़ ने घेरा मंदिर
बदायूं में महंत की चाकू से गोदकर हत्या, बेकाबू भीड़ ने घेरा मंदिर

जेएनएन, बदायूं : जरीफनगर थाना क्षेत्र के शेखूपुरा गांव में हनुमान मंदिर के महंत की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद ग्रामीणों ने कुंवरपुर चांदन गांव के एक व्यक्ति को हत्या के आरोप में पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई की है। आक्रोशित भीड़ मंदिर घेरकर बैठी हुई है। पुलिस अधिकारियों ने हालात बिगड़ते देख जरीफनगर के अलावा सहसवान और पड़ोसी जनपद सम्भल के थाना गुन्नौर की पुलिस को भी मौके पर बुला लिया है। भीड़ को शांत कराने के प्रयास जारी हैं। हत्या क्यों की गई, इसकी वजह साफ नहीं हुई है। पुलिस छानबीन कर रही है। 

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शेखूपुरा गांव में हनुमान मंदिर है। मंदिर के महंत स्वामी जगतानंद पिछले 25 वर्ष से यहां पूजा-अर्चना कर रहे थे। वह कहां से आए थे, इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है। बुधवार शाम करीब सात बजे चाकू से गोदकर उनकी हत्या कर दी गई। मौके से ग्रामीणों ने मुनेंद्र पाल सिंह पुत्र नवाब सिंह निवासी ग्राम कुंवरपुर चांदन को हत्या करने के शक में पकड़ लिया है। ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी, जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हुई। वारदात के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फूट पड़ा। भीड़ मंदिर को घेरकर बैठे हुई हैं। हालात को देखते हुए जरीफनगर के अलावा सहसवान और पड़ोसी जनपद सम्भल के थाना गुन्नौर की पुलिस भी पहुंच गई है। पुलिस ने महंत के शव को जिला अस्पताल में भिजवाया है। एसपी देहात डॉ.एसपी सिंह का कहना है कि आरोपित को हिरासत में ले लिया है। भीड़ बेकाबू है उसे नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। 

आरोपित को भीड़ से बचाने में पुलिस के छूटे पसीने

हत्यारोपित को बेकाबू भीड़ ने मंदिर के भीतर ही बंद कर लिया। रोशनी के लिहाज से वहां चल रहे जेनरेटर का डीजल रात लगभग साढ़े नौ बजे खत्म होने को आ गया। भारी मात्रा में पुलिस मौके पर थी और भीड़ भी काफी थी। भीड़ से आरोपित को बचाने की जद्दोजहद में उलझी पुलिस को जब जेनरेटर का डीजल जल्द खत्म होने की सूचना मिली तो उसके माथे पर परेशानी की लकीरें खींच गई। क्योंकि अगर पुलिस डीजल मंगवाती तो भीड़  डीजल छीनकर आगजनी भी कर सकती थी। वहीं, जेनरेटर बंद होने पर अंधेरे में भीड़ को संभालना मुश्किल हो जाता। 

आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से छुड़वाया 

इसी बीच आसपास के कुछ सभ्रांत लोग वहां पहुंच गए। तब अधिकारियों ने उनसे कहा कि अगर आरोपित भीड़ के आक्रोश में मारा गया तो भीड़ में शामिल आसपास इलाके के मासूम लोग भी बदनाम हो जाएंगे। क्योंकि कुछ लोग आरोपित की जुबान खुलने नहीं देना चाहते, ताकि पूरी साजिश का पर्दाफाश न हो जाए। इसलिए केवल जनरेटर में डीजल डाल लेने दें। इसके बाद प्रधान के भाई विनोद शर्मा से फोन कराया, तब जाकर उन लोगों ने डीजल डलवाने में सहयोग किया। इसी बीच मौका पाकर पुलिस ने भीड़ से आरोपित को छुड़ा लिया और अपने साथ ले गई।


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