जम्मू-कश्मीर के बंदियों के लिए पहले ही कर ली गई थी तैयारी Bareilly News
एक महीने पहले से ही इसकी तैयारी कर ली गई थी। सब कुछ इतने गोपनीय तरीके से हुआ कि किसी को कुछ पता तक नहीं चला।
बरेली, जेएनएन : जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यूं ही एकाएक वहां की जेल में बंद कैदियों को यहां नहीं ले आया गया। एक महीने पहले से ही इसकी तैयारी कर ली गई थी। सब कुछ इतने गोपनीय तरीके से हुआ कि किसी को कुछ पता तक नहीं चला।
यह भी पढ़ें : कश्मीर से आ सकते हैं कुछ और बंदी : www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-high-alert-in-district-jail-of-bareilly-and-some-more-prisoners-may-come-from-kashmir-bareily-news-19479874.html
जम्मू से कथित आतंकी और अलगाववादियों को यूं ही यहां नहीं ले आया गया। इसके लिए सुरक्षा के सारे मानक देखे गए। चूंकि बरेली जिला जेल नई बनी है। इसमें बंदियों की क्षमता चार हजार है। इसके सापेक्ष वर्तमान में 2,718 बंदी ही बंद हैं। खास बात यह है कि जेल शहर की आबादी से काफी दूर है। लिहाजा सेना व पुलिस को विषम परिस्थितियों में यहां कोई ऑपरेशन करने में दिक्कत नहीं आएगी।
यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर की जेल से बरेली शिफ्ट किए 20 बंदी : www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-20-detainees-shifted-from-jammu-and-kashmir-to-bareilly-19477249.html
अधिकारियों ने यहां पहले ही दौरा कर तैयारियां देख परख ली थी। सूत्रों की मानें तो अधिकारियों को पहले ही पता था कि जम्मू से कौन बंदी आ रहा है। बंदियों की पहचान और चेहरे तक उन्हें पता थे। पूरे मिशन को इतनी गोपनीयता से अंजाम दिया गया कि जेल के जनता से जुड़े अधिकारी को दूसरी जगह भेज दिया गया। जिससे उन्हें कुछ पता न चल सके। तैयारी के तहत, पूरे परिसर को 200 से अधिक पैन-टिल्ट-जूम (पीटीजेड) सुरक्षा कैमरों के साथ कवर किया गया था, जो दूर तक नियंत्रण रखने में सक्षम हैं। इन बंदियों को जेल में अन्य बंदियों के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं दी गई है।