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लक्ष्य भेदने के लिए मैदान में उतरे अफसर

15 अगस्त तक 9.16 करोड़ पौधरोपण के साथ जिले को 9.5 लाख पौधे लगाने का शासन ने लक्ष्य दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 10:49 PM (IST)Updated: Fri, 20 Jul 2018 02:24 AM (IST)
लक्ष्य भेदने के लिए मैदान में उतरे अफसर
लक्ष्य भेदने के लिए मैदान में उतरे अफसर

जागरण संवाददाता, बरेली : पूरे प्रदेश भर में 15 अगस्त तक 9.16 करोड़ पौधरोपण के साथ जिले को 9.5 लाख पौधे लगाने का शासन ने लक्ष्य दिया है। इसके चलते सरकारी स्कूलों के बच्चे ग्राम समाज की भूमि पर बाल वन तैयार करेंगे। सरकारी भूमि पर पौधरोपण करके पालनहार भी बनेंगे। मनरेगा श्रमिक भी अपने खेत तथा तालाब के किनारे पौधरोपण करेंगे। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर हरिशंकरी वाटिका पंचवटी वाटिका, नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वाटिका भी विभिन्न स्थानों पर तैयार कराई जाएगी। मिले लक्ष्य को भेदने के लिए प्रशासन ने सभी तहसीलवार अफसर व कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की है। 30 जुलाई तक गड्ढे खोदवाने में लगे अफसर

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ग्राम पंचायतों की चिह्नित भूमि पर 30 जुलाई तक गड्ढे खोदने जा रहे हैं। पंचायत राज विभाग को वन विभाग से पौध खरीदकर चिह्नित भूमि तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मिली है। ब्लॉक स्तर पर रोपे जाने वाले पौधों को रखने के लिए वृक्ष भंडार ग्रह तैयार कराने में पंचायत के अफसर जुटे हैं। जिले के अधिकांश परिषदीय स्कूलों ने पौधरोपण के लिए प्रशासन के पास प्रस्ताव भेज दिया है। खाली भूमि पर पौधरोपण का प्रस्ताव पंचायत से पारित कराने में जिम्मेदार लगे हैं। मनरेगा श्रमिकों को मिलेगा अधिकार

मनरेगा श्रमिक भी अपने खेत के किनारे पर पौधरोपण करेंगे तो उन्हें इस काम के बदले उन्हें दाम भी मिलेगा। पौधे के संरक्षण व संवर्धन के बाद फल-फूल पर उनका अधिकार रहेगा। लेकिन शीशम, नीम, आम, महुआ, साल-सागौन, खैर जैसे वृक्षों को वह काट नहीं सकेंगे। विषम परिस्थितियों में अनुमति के बाद ही कटान का अधिकार मिलेगा।


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