बदायूं के अस्पताल में आपरेशन के बाद गर्भवती महिला की मौत, स्टाफ ने बिना किसी को सूचना दिए शव घर भेजा
Pregnant woman dies after operation in Badaun बदायूं जिले के इस्लामनगर कस्बे के अस्पताल पर रविवार को प्रसूता की आपरेशन के बाद मौत हो गई। अस्पताल संचालक और आशा ने पति और ससुर की गैरमौजूदगी में प्रसूता के शव को प्राइवेट वाहन से उनके घर पहुंचवा दिया।
बरेली, जेएनएन।Pregnant woman dies after operation in Badaun : बदायूं जिले के इस्लामनगर कस्बे के अस्पताल पर रविवार को प्रसूता की आपरेशन के बाद मौत हो गई। अस्पताल संचालक और आशा ने पति और ससुर की गैरमौजूदगी में प्रसूता के शव को प्राइवेट वाहन से उनके घर पहुंचवा दिया। पुलिस ने पति की तहरीर पर अस्पताल संचालक, आशा कार्यकर्ता और अज्ञात स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
गांव बालपुर के उमेश कुमार ने 13 अगस्त को अपनी पत्नी कुसुम को प्रसव पीड़ा होने के दौरान गांव पर तैनात आशा कार्यकत्री स्नेह लता पत्नी मोहनलाल को जानकारी दी थी। घर पहुंची आशा कार्यकर्ता ने प्रसूता को अस्पताल में भर्ती कराने की सलह दी। आरोप है कि उमेश कुमार पत्नी की हालत गंभीर देखते हुए उसे चंदौसी ले जाना चाह रहा था। बावजूद आशा उसे बहला फुसलाकर कर प्रसूता को इस्लामनगर कस्बा के आई केयर सेंटर पर ले गई। जहां उसे भर्ती करा दिया। आई केयर सेंटर के संचालक डा. तनवीर खां है।
इस अस्पताल में प्रसव संबंधी कोई सुविधा नहीं थी। उमेश के मना करने के बावजूद 14 अगस्त को उसकी पत्नी का आपरेशन कर दिया गया। हालत बिगड़ने पर प्रसूता को ठीक करने का अश्वासन दिया गया। इस दौरान प्रसूता के पति से अस्पताल संचालक ने 45,600 रुपये जमा करा लिए। आपरेशन करने के बाद अस्पताल संचालक ने उसे और उसके पिता ब्लड लेने के लिए चंदौसी भेज दिया। इस बीच प्रसूता की मौत हो गई।
आरोप यह भी कि आरोपित संचालक ने प्रसूता की लाश को एक गाड़ी में डालवाकर उसके घर भिजवा दिया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अस्पताल संचालक ड. तनवीर खां, आशा कार्यकत्री स्नेह लता एवं अज्ञात स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने प्रसूता के शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया है। इस संबंध में इंस्पेक्टर बच्चू सिंह ने बताया कि तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।