शक्ति सिर्फ मिशन... छात्राओं को जानकारी, न पुलिस मुस्तैद
17 अक्टूबर मिशन शक्ति की शुरुआत। मॉनीटरिंंग के लिए हर जनपद में शासन स्तर से नोडल अधिकारियों की तैनाती। जन-जागरूकता अभियान और महिला अपराधों पर नियंत्रण के लिए मुस्तैदी के दावे। मंगलवार को जागरण ने पड़ताल की तो हकीकत इसके ठीक उलट निकली।
बरेली, जेएनएन । 17 अक्टूबर, मिशन शक्ति की शुरुआत। मॉनीटरिंंग के लिए हर जनपद में शासन स्तर से नोडल अधिकारियों की तैनाती। जन-जागरूकता अभियान और महिला अपराधों पर नियंत्रण के लिए मुस्तैदी के दावे। मंगलवार को जागरण ने पड़ताल की तो हकीकत इसके ठीक उलट निकली। कॉलेजों के सामने और बाजार, दोनों ही जगह न पुलिस की सक्रियता रही न ही मुस्तैदी। यहीं नहीं, छात्राओं को खुद मिशन के बारे में जानकारी तक नहीं। पेश है रिपोर्ट :
समय : 12:45 मिनट
बरेली कॉलेज
यहां डायल 100 की एक गाड़ी नजर आई। चार सिपाहियों में तीन भीतर ही बैठे नजर आए, वहीं एक गाड़ी के सहारे टेक ले मोबाइल चलाता नजर आया। पुलिस की सक्रियता शून्य रही। छात्र-छात्राएं आते जाते रहे।
समय : एक बजे
अवंतीबाई महाविद्यालय
वीरागंना रानी अवंतीबाई लोधी महाविद्यालय के मुख्य गेट से लेकर महाविद्यालय के अंदर तक महिला सुरक्षा संबंधी कोई उपाय नहीं दिखे। छात्राएं फार्म भरती नजर आईं। पुलिस की सक्रियता तो छोडि़ए, उपस्थिति ही शून्य रही।
समय : 1:15 बजे
बड़ा बाजार
बड़ा बाजार में भीड़ ऐसी कि कदम रखने तक की जगह नहीं। कोतवाली से आगे निकलकर बड़ा बाजार तक कहीं कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिखी। जबकि, खरीददारी के लिए महिलाओं की यहां सबसे ज्यादा उपस्थिति दिखी।
मिशन को लेकर कॉलेज में कोई ग्रुप बनाया जा रहा है। मिशन क्या है, इस बारे में जानकारी नहीं है।
- किरन श्रीवास्तव
यहां कोई सुरक्षा नहीं करने वाला है। अपनी सुरक्षा खुद करनी है। लिहाजा, खुद सशक्त बनना जरूरी है।
- सुमन गंगवार
मिशन का अभी सिर्फ नाम सुना है। इसके बारे में जानकारी नहीं है। इस बारे में जानकारी करूंगी।
- शबनूर