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जगाने वाले सो रहे: 13708 मतदान कर्मियों में से महज 3737 ने किया मतदान

कर्मचारियों ने पोस्टल बैलट पेपर के जरिए बहुत कम संख्या में मतदान किया।

By Edited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 11:06 PM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 09:34 AM (IST)
जगाने वाले सो रहे: 13708 मतदान कर्मियों में से महज 3737 ने किया मतदान
जगाने वाले सो रहे: 13708 मतदान कर्मियों में से महज 3737 ने किया मतदान

जेएनएन, बरेली : मतदाताओं को जागरूक करने के लिए पूरी मशीनरी लगी है, लेकिन जो कर्मी मतदान केंद्रों पर मतदान कराने की तैयारी कर रहे थे उनसे वोट डलवाने की सुध कौन ले। ऐसे में, चार दिन तक चले प्रशिक्षण के दौरान मतदान के लिए मिले अवसर में कर्मचारियों ने पोस्टल बैलट पेपर के जरिए बहुत कम संख्या में मतदान किया।

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जिले में 3427 बूथ पर 13708 मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। ऐसे में जिन मतदान कर्मियों की ड्यूटी अपने बूथ पर नही लगी है। उन्हें ईडीसी या पोस्टल बैलेट पेपर के जरिए वोट डालने की सुविधा दी गई है लेकिन चार दिन तक चले प्रशिक्षण कार्यक्रम में सिर्फ 2286 लोगों ने पोस्टल बैलेट के जरिए वोट डाले। जबकि 1451 लोगों को ईडीसी जारी किए गए।

कर्मियों का उत्साह देख डीएम ने की सराहना

डीएवी इंटर कॉलेज में पोस्टल बैलेट मतदान केंद्र बनाया गया। जिसमें विधानसभा वार चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मियों ने पोस्टल बैलेट से मतदान किया। हालांकि पहले दिन मतदान करने में कर्मियों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। अगले दिन से यह ग्राफ बढ़ता गया। जिसके चलते अंतिम दिन 808 पोस्टल बैलेट मतदान हुआ। 495 को ईडीसी जारी हुए। डीएम ने भी इस मतदान प्रक्रिया का निरीक्षण किया। कर्मचारियों का उत्साह देख सराहना की।

शहर में सर्वाधिक, आंवला फिसड्डी

अंतिम दिन पोस्टल बैलेट मतदान करने वालों में शहर विधानसभा क्षेत्र में निवास करने वाले कर्मचारी सबसे आगे रहे। जबकि आंवला विधान सभा क्षेत्र के सबसे पीछे रहे। दूसरे नंबर पर कैंट, तीसरे पर बिथरी, चौथे पर भोजीपुरा, पांचवें पर फरीदपुर, छठे पर बहेड़ी, सातवें पर नवाबगंज व आठवें पर मीरगंज विधान सभा क्षेत्र में रहने वाले कर्मचारी रहे।

अव्यवस्था रही हावी

पोस्टल बैलेट से मतदान के दौरान अव्यवस्था भी हावी रहीं। शहर विधान सभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ पर खासी भीड़ रही। कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट प्राप्त करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने वाले कर्मचारियों को भीड़ के विरोध का भी सामना करना पड़ा। कोई सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं था। गोपनीय मतदान व्यवस्था भी प्रभावित हुई। मत पेटिका पर एक साथ कई लोग वोट डालते नजर आए।

नाबालिग बेटे को थमा गए चुनाव सामग्री

बेसिक शिक्षा विभाग के एबीआरसी को पीठासीन आधिकारी बनाया गया। प्रशिक्षण के बाद वह अपने बेटे के साथ पोस्टल वैलेट मतदान करने डीएवी केंद्र पर पहुंचे। अपनी चुनाव सामग्री का बैग नाबालिग पुत्र को थमाकर पोस्टल वैलेट पत्र प्राप्त करने के लिए भीड़ में जा घुसे। काफी देर तक चुनाव सामग्री का बैग लिए बेटा प्रांगण में टहलता रहा। वहीं, देहरादून निवासी महिला भी शिक्षिका साथी के मतदान कर वापस आने के इंतजार में घंटों परेशान रही।

अंतिम दिन की यह रही स्थिति

विधान सभा - पोस्टल वैलेट मतदान

शहर - 206

कैंट - 146

बिथरी- 92

भोजीपुरा - 75

फरीदपुर - 74

बहेड़ी - 68

नवाबगंज - 57

मीरगंज - 53

आंवला - 37

दिन   पोस्टल बैलेट मतदान - ईडीसी

पहले  - 203      341

दूसरे  - 588       205

तीसरे  - 689      418

चौथे   - 808       495

कुल    2286       1451

दूसरी जगह की अपेक्षा बरेली में ठीक हुआ मतदान

हमारी कोशिश मतदान बढ़ाने को लेकर है। अभियान चलाए गए हैं। मतदान का प्रतिशत भी बढ़ रहा है। उम्मीद है कि आगे और बढ़ेगा। दूसरी जगह की अपेक्षा हमारे यहां पर ठीक मतदान हुआ है। -मदन कुमार, बैलेट पेपर प्रभारी


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