Polytechnic Entrance Exam 2020 : शाहजहांपुर में 1772 परीक्षार्थियों ने छोडी परीक्षा, छात्र बोले- सरल आया पेपर
शनिवार को 14 केंद्रों पर हुई पालीटेक्निक की संयुक्त प्रवेश परीक्षा में 3646 परीक्षार्थी शामिल हुए। 1772 ने परीक्षा छोड़ दी।
शाहजहांपुर, जेएनएन। शनिवार को 14 केंद्रों पर हुई पालीटेक्निक की संयुक्त प्रवेश परीक्षा में 3646 परीक्षार्थी शामिल हुए। 1772 ने परीक्षा छोड़ दी। चेहरे की जैविक पहचान तथा मास्क के साथ परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया। प्राविधिक शिक्षा परिषद की संयुक्त प्रवेश परीक्षा में कुल 5348 आवेदकों पंजीकृत थे। सुबह 9 बजे प्रथम पाली में 3938 परीक्षार्थियों में 1270 ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरी पाली में 1400 में 502 छात्र परीक्षा को नहीं पहुंचे। पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य डा. संतोष कुमार सिंह ने डाकघर से प्रश्नपत्र प्राप्त कर परीक्षा केंद्रों पर भिजवाए। प्रशासन की ओर तैनात स्टेटिक मजिस्ट्रेट प्रवेश पत्र के साथ चेहरे का जैविक पहलान के साथ प्रवेश दिया। एडीएम प्रशासन रामसेवक द्विवेदी तथा जिला विद्यालय निरीक्षक शौकीन सिंह यादव ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया।
केंद्रवार इन्होंने संभाली व्यवस्था
एसएस कालेज में प्राचार्य डा. अवनीश मिश्र तथा व्याख्याता शशांक कुमार, डा. हसन मुख्यत्यार ने जिम्मेदारी संभाली। एसएस लॉ कालेज में प्राचार्य डा. संजय बर्नवाल समेत कपिल देव, रमेश कुमार, आर्य महिला में प्राचार्य डा. कनकरानी, हिमानी खंडेलवाल, जीएफ कालेज में प्राचार्य डा. एनखान के साथ प्रदीप कुमार, वीके शुक्ला सहयोगी रहे। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य रणवीर सिंह के साथ गणेश यादव, इस्लामियां इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य मोहम्मद आमीन, अमित पांडेय, देवी प्रसाद इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य अवधेश सिंह अरुण, रूपेश कुमार के साथ विभागाध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव सहयोगी रहे। व्याख्याता इलेक्ट्रानिक पीएल नागर तथा व्याख्याता इलेक्ट्रिकल सुनील कुमार सरोज ने जोनल अधिकारी के रुप में व्यवस्थाओं को देखा।
प्राविधिक शिक्षा परिषद की प्रवेश परीक्षा में पहुंचे छात्र कोविड संक्रमण से भयभीत थे। लेकिन परीक्षा के बाद सभी का खौफ दूर हो गया। छात्रों ने चेहरे की जैविक पहचान व दो गज की दूरी पर परीक्षा नियमों पर संतुष्टि जताई।
पेपर काफी सरल था। जैविक पहचान के साथ प्रवेश दिया गया। परीक्षा कक्ष में भी सीट दूरी पर डाली गई। निखिल वर्मा
पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्न थे। अधिकांश कर दिए। उम्मीद है सलेक्शन हो जाएगा। कोरोना संक्रमण का डर था जो व्यवस्था देख दूर हो गया। आकाश कुमार
इंजीनियर बनने का सपना है।पालीटेक्निक के बाद बीटेक करूंगा। उम्मीद है सलेक्शन जरूर हो जाएगा। मो. उबैबर
प्रोफेशनल कोर्स सदैव अच्छा होता है। तिलहर में महिला पालीटेक्निक है। कंप्यूटर साइंस की इच्छा है। रेनू गौतम
पालीटेक्निक की पढ़ाई से इंजीनियर बनने का सपना पूरा करूंगी। दरअसल बीटेक में सीधे प्रवेश भी मिल जाता है। शिवानी मिश्रा
पेपर आसान था। व्यवस्था बेहतर रही। पहली बार चेहरे से हाजिरी ली गई। जो कि नया अनुभव रहा। सौम्या गुप्ता