नामांकन कराकर चुनावी समर में उतरने लगे राजनीतिक योद्धा, टिकट वितरण के बाद बदलने लगे सियासी समीकरण
नामांकन कराकर चुनावी समर में राजनीतिक योद्धा उतरने लगे हैं। टिकट वितरण के बाद नेताओं के पाला बदलने से सियासी समीकरण भी बदलने लगे हैं। इसके साथ ही टिकट न मिलने से नाराज नेताओं के चलते पार्टी में कलह भी बढ़ी है।
बरेली(जेएनएन)। चुनावी समर में नामांकन कराकर राजनीतिक योद्धा जनता की अदालत में आने लगे हैं। बदायूं में राजनीतिक दलों ने अधिकांश सीट पर पार्टी के चेहरे साफ कर दिए हैं। अब धुंधली तस्वीर दिखने लगी है कि किसी सीट पर कितना रोचक मुकाबला होने वाला है। प्रत्याशियों के मैदान में उतरने के बाद समीकरण भी बदलने लगे हैं। प्रत्याशियों के व्यक्तिगत प्रभाव से भी नेता पाला बदलने लगे हैं। टिकट वितरण से राजनीतिक दलों में अंतकर्लह भी बढ़ रही है जो चुनाव का पासा पलट सकती है।
सदर विधानसभा सीट की बात करें तो भाजपा ने मौजूदा विधायक एवं राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता को ही मैदान में उतारा है। मुख्य विपक्षी दल सपा ने यहां से काजी रिजवान को मैदान में उतार दिया है। इससे पहले वह बसपा में थे और शेखूपुर से पिछला चुनाव लड़ा था। बसपा ने पहले ही यहां से राजेश कुमार सिंह को अपना चेहरा बनाया है, जबकि कांग्रेस ने जिला पंचायत सदस्य रजनी सिंह पर दांव लगाया है। पिछले चुनावों में यहां भाजपा और सपा में सीधा मुकाबला होता आ रहा है, इस बार बसपा और कांग्रेस के प्रदर्शन से चुनाव का रूख निर्भर करेगा। बिल्सी में भाजपा से हरीश शाक्य, सपा गठबंधन में महानदल से राजवीर शाक्य और बसपा से ममता शाक्य चुनाव मैदान में हैं। यहां तीनों शाक्य प्रत्याशियों के बीच ही घमासान होता दिखाई दे रहा है। शेखूपुर में भाजपा से मौजूदा विधायक धर्मेंद्र शाक्य और सपा से पूर्व विधायक आशीष यादव के पुत्र हिमांशु यादव मैदान में उतरे हैं। इस सीट पर इन दोनों घरानों के बीच वर्षों से प्रतिद्वंद्विता चलती आ रही है। बसपा से यहां मुस्लिम खां मैदान में हैं, वह पहले भी यहां से चुनाव लड़ चुके हैं। अभी तक यहां त्रिकोणीय संघर्ष होने के आसार दिख रहे हैं। सहसवान सीट से सपा विधायक ओमकार सिंह यादव के पुत्र ब्रजेश यादव चुनावी समर में उतरे हैं। भाजपा ने यहां से डीके भारद्वाज पर दांव लगाया है। जबकि बसपा ने पूर्व विधायक मुसर्रत अली बिट्टन को चुनाव मैदान में उतारा है। राष्ट्रीय परिवर्तन दल के अध्यक्ष डीपी यादव ने भी यहां ताल ठोंक दिया है, इनके परिवार से तीन लोगों ने नामांकन कराया है। इसलिए यहां मुकाबला चतुष्कोणीय होने के आसार बन रहे हैं। बिसौली में भाजपा विधायक कुशाग्र सागर और सपा से पूर्व विधायक आशुतोष मौर्य चुनावी समर में हैं। बसपा ने यहां से जयपाल सिंह को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने प्रज्ञा यशोदा को टिकट दिया है। दातागंज भाजपा से विधायक राजीव कुमार सिंह फिर मैदान में हैं, उनके सामने सपा से कैप्टन अर्जुन सिंह तो बसपा के रचित गुप्ता हैं। कांग्रेस का टिकट अभी तक फाइनल नहीं हो सका है। कहीं सीधे भाजपा और सपा में टकराव के आसार हैं तो कुछ सीटों पर बसपा और कांग्रेस भी टक्कर देने के लिए तैयार हैं। सभी दलों के नामांकन होने के बाद ही स्थिति साफ हो ससकेग