Move to Jagran APP

तीन महीने नौकरी करने के बाद गायब हुआ फर्जी शिक्षक हापुड में निकला लेखपाल, पुलिस ने भेजा जेल

आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से फर्जी बीएड डिग्री के आधार पर परिषदीय विद्यालय में नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षक को जेल भेजा गया है। विकास क्षेत्र दातागंज के खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 09:42 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 09:42 PM (IST)
तीन महीने नौकरी करने के बाद गायब हुआ फर्जी शिक्षक हापुड में निकला लेखपाल, पुलिस ने भेजा जेल
फर्जी शिक्षक हापुड में निकला लेखपाल, पुलिस ने भेजा जेल का प्रतीकात्मक फोटो

बदायूं, जेएनएन। आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से फर्जी बीएड डिग्री के आधार पर परिषदीय विद्यालय में नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षक को जेल भेजा गया है। विकास क्षेत्र दातागंज के खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है। फर्जी शिक्षक हापुड़ की तहसील धौलाना में लेखपाल पद पर नौकरी कर रहा था।

loksabha election banner

संबंधित विश्वविद्यालय से बीएड की डिग्री के आधार पर नौकरी करने के मामले में एसआइटी ने जांच की थी। जिसमें शिक्षक-शिक्षिकाओं के बीएड प्रमाण पत्र में टेंपरिंग करना या फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वालों की सूची शासन को दी थी। जिसके आधार पर 15 मई को विकास क्षेत्र दातागंज के प्राथमिक विद्यालय बुझिया में तैनात शिक्षक बुलंदशहर के यमुनानगर निवासी अशोक कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। शिक्षक तीन महीने नौकरी करने के बाद वर्ष 2016 से विद्यालय से अनुपस्थित चल रहा था और दूसरे फर्जी नाम और पते पर हापुड़ में लेखपाल की नौकरी कर रहा था।

रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस विभाग को उपलब्ध कराए गए पते पर पहुंची तो उस पते पर कोई और ही रह रहा था। जैसे-तैसे पता लगाकर पुलिस उसके गांव पहुंची। जहां ग्रामीणों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह विद्यालय से भागा हुआ है। मुखबिर के माध्यम से जानकारी हुई कि वह लेखपाल पद पर नौकरी कर रहा है। पुलिस ने उसे धौलाना के समाना चौकी मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। जांच अधिकारी एसआइ नंदन सिंह विष्ट ने बताया कि शिक्षक की ओर से विभाग को उपलब्ध कराया गया पता गलत निकला। मुखबिर के माध्यम से जानकारी हुई कि वह हापुड़ में लेखपाल पद पर कार्यरत है। जहां से उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा गया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.