हिंदू परिवार को प्रताड़ित करने का ट्वीट वायरल होते ही दौड़ी बरेली पुलिस, जानिए जांच में क्या सामने आई हकीकत
बरेली के बिथरी चैनपुर के एक हिंदू परिवार को प्रताड़ित करने का सोमवार को एक ट्वीट वायरल हो गया। ट्वीट में एक संप्रदाय विशेष द्वारा हिंदू परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था। आरोप था कि हिंदू परिवार पलायन करने को मजबूर हो गया है।
बरेली, जेएनएन। बरेली के बिथरी चैनपुर के एक हिंदू परिवार को प्रताड़ित करने का सोमवार को एक ट्वीट वायरल हो गया। ट्वीट में एक संप्रदाय विशेष द्वारा हिंदू परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था। आरोप था कि विशेष संप्रदाय की प्रताड़ना से हिंदू परिवार इस कदर तंग आ चुका है कि वह पलायन करने को मजबूर हो गया है। ट्वीट की जानकारी मिलते ही मामले की जांच सीओ थर्ड श्वेता यादव को दी गई। वह खुद बिथरी चैनपुर इंस्पेक्टर के साथ मौके पर पहुंची। जांच में मामला अक्टूबर वर्ष 2020 का पाया गया।
वायरल ट्वीट बिथरी चैनपुर के परसोना गांव का है। ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी गई कि गांव में इकलौता हिंदू परिवार रहता है। जहां दूसरे संप्रदाय के लोग उस परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं। प्रताड़ना से हिंदू परिवार इतना तंग आ चुका है कि वह अब गांव छोड़ने को मजबूर हो गया है। जब हिंदू परिवार के युवक ने विरोध किया तब उसको धमकी दी गई। उक्त मामले में चौकी पर जमकर हंगामा भी हुआ था। ट्वीट के मुताबिक आरोपितों ने युवक के मोबाइल से सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का फेसबुक पर मैसेज पोस्ट किया। इसके पास जमकर हंगामा खड़ा हुआ था। मामले में 15 अक्टूबर 2020 को बिथरी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद मामला रफा-दफा हो गया था। एक बार फिर जब इसी गांव का वीडियो वायरल हुआ तब पुलिस सकते में पड़ गई। सीओ थर्ड श्वेता यादव ने इंस्पेक्टर बिथरी चैनपुर के साथ पहुंचकर गांव के हालात का जायजा लिया। जांच में पूरा प्रकरण अक्टूबर 2020 का सामने निकल कर आया। सीओ थर्ड ने एसपी सिटी रविंद्र कुमार को जांच रिपोर्ट सौंपी। इस पर एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने कहा कि पूरा घटनाक्रम पुराना है। फिर भी एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही गलत खबर ट्वीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है।