पुलिस की नई पहल छोटे विवादों को निपटाने के लिए बीट अफसर गांव में डालेंगे डेरा Bareilly News
पुलिस विभाग ने अब गांव का झगड़ा गांव में ही निपटाने की पहल शुरू कर दी है। इसके तहत किसी गांव में अगर दो पक्षों में टकराव का मामला सामने आएगा तो बीट अफसर उसी गांव में चार दिन तक रुककर फसाद की जड़ तलाशेंगे।
बदायूं , जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान कुछ छूट मिलने के साथ ही शराब की दुकानें खुलने से गांवों में झगड़े फसाद शुरू हो गए हैं। मामूली विवाद बड़ी घटना का रूप न ले, इसके लिए विशेष योजना तैयार की गई है। पुलिस विभाग ने अब गांव का झगड़ा गांव में ही निपटाने की पहल शुरू कर दी है। इसके तहत किसी गांव में अगर दो पक्षों में टकराव का मामला सामने आएगा तो बीट अफसर उसी गांव में चार दिन तक रुककर फसाद की जड़ तलाशेगा। इसके बाद उसका निपटारा गांव में ही कराया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों ने नई योजना के बारे में सभी पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। सभी को बताया जा रहा है कि किस तरह से वह गांव में रहकर बड़े से बड़े विवाद को वहीं निपटा सकते हैं। लॉकडाउन के अधिकांश थाना क्षेत्रों में पुलिस ने सख्ती दिखाई तो लोग घरों के अंदर ही रहे। इस वजह से शहर से लेकर देहात तक कोई भी विवाद सामने नहीं आया। इसी बीच लॉकडाउन के दौरान कुछ छूट दी गई तो लोग घरों से बाहर निकलने लगे। शराब की दुकानें खुलने से और ज्यादा भीड़ रोडों पर दिखी तो शराब के नशे में विवाद भी बढ़ने लगे।
छोटे-छोटे विवाद कुछ ही समय में बड़ी घटना का रूप ले लेते हैं, इससे कानून-व्यवस्था प्रभावित होती है। ऐसे विवादों को देखते हुए अब पुलिस विभाग ने गांव का झगड़ा गांव में ही निपटाए जाने की मुहिम शुरू की है। इसके तहत किसी भी गांव से अगर विवाद की सूचना मिलती है तो बीट अफसर उस गांव में जाकर झगड़े की स्थिति देखने के बाद विवाद कहां से शुरू हुआ और इसके पीछे किस शातिर व्यक्ति का दिमाग चल रहा है। इन सभी बिंदुओं की तहकीकात की जाएगी। झगड़े की जड़ तक पहुंचने के बाद संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, ताकि कोई भी व्यक्ति मामले को तूल न दे सके।
- गांव का झगड़ा गांव में ही निपटाने की मुहिम शुरू की गई है। इस प्लानिंग के तहत जिस गांव में विवाद होगा वहां रुककर बीट अफसर पूरे मामले की तहत तक जाएंगे। ताकि उस विवाद को वहीं निपटाया जा सके।
- डॉ. सुरेंद्र प्रताप सिंह, एसपी देहात