Kamal Kishore Murder Case : करीबियों से पूछताछ में पुलिस को मिला व्यापारिक लेनदेन का इनपुट Bareilly News
सर्राफ कमल किशोर की हत्या करने वाले अब तक पुलिस नहीं पकड़ सकी है। हत्या के बाद से कई पहलू लेकर चली पुलिस अब व्यापारिक लेनदेन पर आकर ठहर गई है।
जेएनएन, बरेली : सर्राफ कमल किशोर की हत्या करने वाले अब तक पुलिस नहीं पकड़ सकी है। हत्या के बाद से कई पहलू लेकर चली पुलिस अब व्यापारिक लेनदेन पर आकर ठहर गई है। शुक्रवार देर शाम तक पुलिस पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। इनमें कुछ व्यापारी तो कुछ सर्राफ के बेहद नजदीकी हैं।
सुभाष नगर थाना क्षेत्र के गणोश नगर में कमल किशोर वर्मा की बुधवार को दुकान पर ही हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से पुलिस उनके हत्यारोपितों की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने हत्या के दिन से ही संपत्ति विवाद, लेनदेन और अवैध संबंधों को आधार बनाया था। इसके बाद से पुलिस की छह टीमें और क्राइम ब्रांच अलग से इस पर काम कर रही हैं।
पुलिस पूछताछ में कमल की पत्नी नीलम, भाई प्रवीण और पिता ओमकार ने किसी से कोई रंजिश और न ही किसी से संपत्ति का विवाद होना बताया। इसके बाद पुलिस ने अवैध संबंधों पर जांच की तो सीडीआर से कोई ऐसा नंबर भी पुलिस के हाथ नहीं लगा, जिससे कमल की रेगुलर बात होती हो। वारदात के दिन एक सटोरिये से कई बार बात हुई थी, जिससे पुलिस ने पूछताछ की। उससे भी कुछ खास पुलिस को नहीं मिला।
अब पुलिस के पास व्यापारिक लेनदेन और व्यापारिक प्रतिस्पर्धा ही एक पहलू बचा है। पुलिस ने कमल के बही खातों, डायरी व अन्य पर्चो आदि की जांच भी की हैं। जिनमें गांठ रखने, सोना व चांदी खरीदने आदि का जिक्र है। पुलिस ने कुछ व्यापारियों से पूछताछ की है। माना जा रहा है कि हत्या व्यापारिक लेनदेन की वजह से ही कराई गई है।
पुलिस को पता चला है कि घटना वाले दिन कमल किसी बड़े सर्राफ से सोना भी ले आए थे। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि गणेश नगर में सराफा की आठ दुकानें हैं। जब मुहल्ले व आसपास के लोगों से जानकारी की गई तो पता चला कि कमल की दुकान ही सबसे अधिक चलती थी। मुहल्ले में कई सालों से दुकान होने के चलते उसे इसका फायदा मिलता था।
पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। कुछ व्यापारियों से भी पूछताछ की जा रही है। परिजनों से भी बात की गई है। टीमें लगी हुईं हैं, जल्द ही मामले का राजफाश किया जाएगा। - रविंद्र सिंह, एसपी सिटी
घर से दुकान के बीच छिपा राज : पूरे मामले की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि हत्या करने वाले प्रोफेशनल थे। वह हत्या के इरादे से ही आए थे। क्योंकि उन्होंने एक पोटली के अलावा खुली तिजोरी तक को हाथ नहीं लगाया। अब पुलिस हत्यारोपित से पहले इसकी साजिशकर्ता तक पहुंचना चाहती है। कमल घर और दुकान को छोड़कर बाजार आर्डर लेने या खरीदारी को जाते थे। साफ है कि उनकी हत्या की साजिश रचने वाले घर से दुकान के बीच छिपे हैं।
पत्नी बोलीं- मुङो इस बारे में नहीं कोई जानकारी
सर्राफ की पत्नी नीलम से भी पुलिस ने पूछताछ की। नीलम ने बताया कि उन्हें कमल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रहती थी। वह उन्हें ज्यादा कुछ बताते भी नहीं थे। वह दुकान के लिए अक्सर एक या दो बजे के बाद ही निकलते थे। कभी बाजार या कभी तकादे पर जाने के बाद ही दुकान खोला करते थे।
खंगाली जा रहीं कमल किशोर की सीडीआर
पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए कई लोगों की सीडीआर खंगाल रही है। इसमें कमल के नंबर के अलावा भी कई नंबर शामिल हैं। पुलिस ऐसे नंबर को मार्क कर रही है, जिनसे कमल की अक्सर और कई बार बातचीत हुआ करती थी।