Ayodhya verdict : फैसले को लेकर पुलिस अलर्ट, सोशल साइट्स पर खाकी का पहरा Bareilly News
अयोध्या पर आने वाले फैसले को लेकर पुलिस की सक्रियता बढ़ गई है। साइबर सेल और पुलिस की सोशल मीडिया मानीटरिंग सेल के अलावा सभी पुलिस कर्मियों को इस पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जेएनएन, बरेली : अयोध्या पर आने वाले फैसले को लेकर पुलिस की सक्रियता बढ़ गई है। धार्मिक और राष्ट्रहित के मामलों में अक्सर सोशल साइट्स के जरिए माहौल बिगाडऩे का प्रयास किया जाता है। इसके चलते पुलिस ने सबसे बड़ी चुनौती इसे ही माना है। इसके चलते ही सोशल साइट्स की आभासी दुनिया पर खाकी का पहरा बढ़ा दिया गया है। साइबर सेल और पुलिस की सोशल मीडिया मानीटरिंग सेल के अलावा सभी पुलिस कर्मियों को इस पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
24 घंटे हो रहा काम
अयोध्या मसले को लेकर शासन गंभीर है। इसके चलते पुलिस कर्मियों की छुट्टियां भी निरस्त कर दी गई हैं। सोशल साइट्स पर नजर रखने को आठ आठ घंटे की तीन सिफ्ट लगाई जा रही हैं। किसी भी कीमत पर माहौल न बिगड़े इसके लिए हर स्तर पर मानीटङ्क्षरग हो रही है। छोटी छोटी बात अधिकारियों से डिस्कस की जा रही है। हर बात को गंभीरता से लेकर उस पर आगे का निर्णय लिया जा रहा है।
शाम के पैदल गश्त पर सबसे ज्यादा जोर
रात के समय उपद्रवी और शरारती तत्व अधिक सक्रिय रहते हैं। ऐसे में बाजार या क्षेत्र में कोई अप्रिय घटना घटित न हो इसके लिए डीजीपी की ओर से प्रतिदिन शाम को पैदल गश्त करने के आदेश हैं। इसे एसएसपी शैलेश पांडेय और अन्य अधिकारी प्रतिदिन मानीटर करते हैं। जिस थाना क्षेत्र में गश्त न हुआ वहां के प्रभारी की शामत आ जाती है।
जल्द शुरू होगा बैठकों का दौर
फैसले से पहले जिले भर में पीस कमेटी की बैठकें की जाएंगी। सभी थानाध्यक्षों को इसके लिए निर्देशित किया जा चुका है। मंडल और जोन के अधिकारियों के साथ जिला स्तर की बैठक भी होगी। इसमें सभी व्यापारी, शिक्षक, वरिष्ठजन सहित सभी समुदाय भाग लेंगे। सभी से फैसले का सम्मान कर और उसे स्वीकार करने पर चर्चा होगी।
क्या बोले- पुलिस अधिकारी
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि अयोध्या मसले के फैसले को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। शासन के निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन हो रहा है। सोशल साइट्स पर विशेष नजर रख रहे हैं। इसके लिए टीमें लगा दी गईं हैं। रात्रि गश्त भी हो रहा है। बैठकों के माध्यम से लोगों से सहयोग के लिए कहा जाएगा।