ओडीएफ मीटर : बरखेड़ा वालों से सीखिए स्वच्छता का जीवन में महत्व
स्वच्छता का जीवन में क्या महत्व है यह पीलीभीत के बरखेड़ा ब्लॉक में रहने वालों से पूछिए। महिलाओं व बेटियों को शर्मिदंगी न उठानी पड़े इसलिए हर गांव में शौचालय बने हैं।
बरेली [अंबुज मिश्र] : स्वच्छता का जीवन में क्या महत्व है यह पीलीभीत के बरखेड़ा ब्लॉक में रहने वालों से पूछिए। लगभग एक वर्ष पहले तक यहां 31 हजार से ज्यादा परिवार खुले में शौच करने जाते थे। महिलाएं व बेटियों को शर्मिदंगी उठानी पड़ती थी। बुजुर्गो व बच्चों को काफी परेशानी होती थी। घरों में शौचालय नहीं थे, इसलिए यह तकलीफ झेलने को मजबूर थे, पर अब ऐसा नहीं है। तस्वीर बदल चुकी है। यहां के किसी भी गांव में कोई भी खुले में शौच नहीं जाता। सभी लोग शौचालय का प्रयोग करते हैं। गांवों में साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। यही कारण है कि यह ब्लॉक बरेली मंडल का सबसे पहला खुले में शौच मुक्त ब्लॉक बन गया है। हालांकि, अभी सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा भी हो जाएगी। मंडल का दूसरा ओडीएफ ब्लॉक भी इसी जिले से लगभग तैयार है। ललौरीखेड़ा में लगभग 97 फीसद लोग शौचालय का प्रयोग कर रहे हैं। -तीन जिलों की स्थिति सही नहीं : यह स्थिति संतोषजनक है, लेकिन मंडल मुख्यालय बरेली समेत अन्य तीनों जिलों की स्थिति बेहद खराब है। 40 फीसद परिवार भी खुले से शौच मुक्त नहीं हो पाए हैं। प्रशासनिक स्तर से तो लापरवाही हो ही रही है। लोगों में भी जागरूकता की कमी है। सक्षम होते हुए भी लोग सरकारी मदद से ही शौचालय बनने का इंतजार कर रहे हैं। बरेली : बरेली की स्थिति बेहतर नहीं है। यहां ओडीएफ गांवों का फीसद 24.85 है। यहां के क्यारा ब्लाक में सबसे ज्यादा 68.12 फीसद गांव ओडीएफ हो चुके हैं। जबकि नवाबगंज में सबसे कम 7.50 गांव ही ओडीएफ हो पाए हैं। बदायूं : बदायूं में 38.81 फीसद गांव ओडीएफ हो चुके हैं। यहां के समपीर ब्लॉक में सबसे ज्यादा 87.76 गांव ओडीएफ हुए हैं। सबसे कम प्रगति वाला ब्लाक इस्लामनगर है, जिसमें 16.85 फीसद गांव खुले में शौच मुक्त हुए। पीलीभीत : पीलीभीत में सबसे ज्यादा 49.22 फीसद गांव खुले में शौच मुक्त हो चुके हैं। यहां के बरखेड़ा ब्लाक में 100 फीसद कार्य हो चुका है। जबकि ललौरीखेड़ा में 96.88 गांव ओडीएफ हुए। सबसे कम 31.12 गांव पूरनपुर में ओडीएफ हुए। शाहजहांपुर : शाहजहांपुर में कुल 21.96 फीसद गांव ओडीएफ हैं। यहां सबसे ज्यादा ओडीएफ गांव वाला ब्लॉक ददरौल है। जहां 35.29 गांव ओडीएफ हुए हैं। जबकि निगोही ब्लॉक में सबसे कम 9.92 फीसद गांव ही ओडीएफ हो पाए।
30 सितंबर तक मंडल के चारों जिलों को बनाना है ओडीएफ : बरेली मंडल के चारों जिलों को 30 सितंबर तक ओडीएफ बनाना है। इसके लिए तेजी से काम चल रहा है। पीलीभीत का बरखेड़ा ब्लॉक ओडीएफ हो गया है। अन्य ब्लाकों की स्थिति भी बेहतर है। कई ग्राम सत्यापन न होने के कारण ओडीएफ घोषित नहीं हो पाए हैं, जल्द ही यह संख्या संतोषजनक स्थिति में होगी। -अभय कुमार शाही, उप निदेशक पंचायती राज बरेली
फैक्ट फाइल
शौचालय निर्माण की स्थिति
जिला-----कुल ग्राम-----ओडीएफ घोषित
बरेली -----1843-----458
बदायूं-----1474-----572
पीलीभीत-----1282-----631
शाहजहांपुर 1812-----398