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फिर टली लॉ में पीएचडी की काउंसिलिंग

रुहेलखंड विश्वविद्यालय में पीएचडी के सभी विषयों की काउंसिलिंग की तिथि एक साथ जारी होगी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 10:45 AM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 10:45 AM (IST)
फिर टली लॉ में पीएचडी की काउंसिलिंग
फिर टली लॉ में पीएचडी की काउंसिलिंग

जेएनएन, बरेली : रुहेलखंड विश्वविद्यालय में पीएचडी के सभी विषयों की काउंसिलिंग की तिथि एक साथ जारी होगी। मंगलवार को विवि प्रशासन ने 18 सितंबर को होने वाली पीएचडी (लॉ) की काउंसिलिंग रद कर दी है। लॉ के कुछ अभ्यर्थियों ने 21 सीटों के बजाय 15 सीटों पर काउंसिलिंग कराए जाने की आशंका जताते हुए कुलपति से मुलाकात की। कुलपति प्रोफेसर अनिल शुक्ल ने आश्वस्त किया कि निर्धारित 21 सीटों पर ही काउंसिलिंग होगी।

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रुविवि में काउंसिलिंग एक बार स्थगित होने के बाद में 18 सितंबर के लिए तय हुई। अभ्यर्थियों का आरोप है कि इसका संदेश उनके पास नहीं पहुंचा था। प्रोफेसरों के मुताबिक अब एक साथ काउंसिलिंग कराए जाने का फरमान आया है। इससे काउंसिलिंग सितंबर माह के अंत या फिर दिसंबर में होने की संभावना है। अभ्यर्थी बोले गाइड की रजामंदी गलत

-दरअसल काउंसिलिंग के लिए विवि ने अभ्यर्थियों को निर्देशित किया है कि वे अपने गाइड का सहमति पत्र लेकर आएं, कि वे उन्हें पीएचडी कराएंगे। छात्रों ने कहा कि जब 21 सीटों के लिए 21 ही अभ्यर्थियों को बुलाया गया है, तो गाइड की सहमति क्यों। यह आदेश मनमाना है। अभ्यर्थियों ने डॉ. हरवंश दीक्षित का हवाला देते हुए कहा कि वे उच्च शिक्षा में सदस्य हैं, इस स्थिति में कैसे पीएचडी कराएंगे। जबकि प्रोफेसर नसीम अख्तर शोध पर्यवेक्षक की सूची में नहीं है।

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-पीएचडी की तय सीटों पर काउंसिलिंग होगी। काउंसिलिंग स्थगित किए जाने की सूचना नहीं है।

प्रोफेसर अनिल शुक्ल, कुलपति रुविवि तथ्य

-18 सितंबर को होनी थी काउंसिलिंग

-अभ्यर्थियों ने जताई सीटों में कटौती की आशंका


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