यात्रियों को उम्मीद, अगले चरण में बढ़ेंगी ट्रेनें
बरेली जेएनएन रेलवे ने ट्रेनें चला दीं लेकिन बरेली में महज आठ जोड़ी रेलगाड़ियों को ठहराव मिला। लॉकडाउन में फंसे प्रवासियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बरेली से भुज को जाने वाली आला हजरत एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों के स्लीपर व जनरल कोचों को निकालकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन बनाई गई थी। जिसके कोच अभी तक बरेली वापस नहीं आए थे।
बरेली, जेएनएन : रेलवे ने ट्रेनें चला दीं, लेकिन बरेली में महज आठ जोड़ी रेलगाड़ियों को ठहराव मिला। लॉकडाउन में फंसे प्रवासियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बरेली से भुज को जाने वाली आला हजरत एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों के स्लीपर व जनरल कोचों को निकालकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन बनाई गई थी। जिसके कोच अभी तक बरेली वापस नहीं आए थे। बरेली इंटरसिटी व आला हजरत एक्सप्रेस के कोचों को वापस मंगाया जा रहा है। इनमें से कुछ कोच आ भी गए हैं। जिन्हें वाशिग लाइन में साफ करके खड़ा किया जा रहा है। रेलवे ने सभी मंडलों से अधिक लाभ वाली ट्रेनों की सूची मांगी थी। सभी मंडलों ने इसकी सूची दे दी है। माना जा रहा है कि अनलॉक के अगले चरण में ट्रेनों की संख्या बढ़ सकती है।
छूट का दायरा बढ़ने पर बढ़ेगी ट्रेनों की संख्या
माना जा रहा है कि छूट का दायरा बढने पर उक्त दोनों ट्रेनों के अलावा बरेली-प्रयाग का भी संचालन शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि अभी यहां से गुजरने वाली ट्रेनों में सवारियों की संख्या बेहद कम है। राजगीर से चलकर नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस से 42 यात्री उतरने थे, लेकिन केवल 16 लोग ही उतरे। इसी प्रकार चढ़ने वालों की संख्या भी 30 थी लेकिन केवल 25 यात्री ही बरेली जंक्शन से चढ़े।
आम दिनों में 15 हजार से अधिक लोग करते थे यात्रा
मुख्य वाणिज्य निरीक्षक संजीव दुबे के मुताबिक लॉकडाउन से पहले बरेली जंक्शन से एक दिन में करीबन 15 हजार से अधिक यात्री अलग-अलग ट्रेनों से यात्रा करते थे। जो कि इन दिनों में हजार के करीब भी नहीं रह गई है।
उत्तर रेलवे अपनी सभी ट्रेनों को सैनिटाइज करके वाशिग लाइन में तैयार करके खड़ा कर रहा है, ताकि रेलवे बोर्ड की ओर से जारी अगले आदेशों का पालन कराया जा सके।
- मान सिंह मीणा, एडीआरएम मुरादाबाद