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बरेली में दफ्तर के बाहर से बगिया उजाड़कर बना दिया अवैध स्टैैंड

कहा जाता है कि परिवहन विभाग और दलालों का चोली-दामन का साथ होता है। बरेली के संभागीय परिवहन विभाग दफ्तर का हाल भी कुछ ऐसा ही है। दफ्तर के आगे से दलाल तो हट नहीं पाए अब नए तरीके से वसूली का खेल शुरू हो गया है

By Sant ShuklaEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 09:33 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 09:33 AM (IST)
बरेली में दफ्तर के बाहर से बगिया उजाड़कर बना दिया अवैध स्टैैंड
परिवहन अधिकारियों ने प्रशासन और स्थानीय पुलिस की मदद से कुछ समय पहले बुलडोजर चलवाया था

बरेली, जेएनएन। कहा जाता है कि परिवहन विभाग और दलालों का चोली-दामन का साथ होता है। बरेली के संभागीय परिवहन विभाग दफ्तर का हाल भी कुछ ऐसा ही है। दफ्तर के आगे से दलाल तो हट नहीं पाए, अब नए तरीके से वसूली का खेल शुरू हो गया है। दरअसल, विभाग के बाहर अवैध साइकिल व बाइक स्टैैंड बन गया है। वह भी परिवहन महकमे के अधिकारियों के हाथ से बनाई गई बगिया को उजाड़कर। ऑफिस आने वाले लोगों की गाड़ी यहां खड़ी कराई जाती है। इसके एवज में दस से पंद्रह रुपये वसूले जाते हैैं। जबकि नगर निगम से स्टैैंड स्वीकृत नहीं है।

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पुराने दलाल का बताया जा रहा स्टैैंड 

परिवहन विभाग के दफ्तर के आगे बने स्टैैंड पर वैसे तो एक शख्स अपने बेटे के साथ रहता है। यही बिना कोई स्टैैंड पर्ची दिए रुपये भी वसूलते हैं। लेकिन सूत्र बताते हैैं कि स्टैैंड एक यादव उपनाम के दलाल ने अपने सिस्टम से शुरू करवाया है। इसको हरी झंडी कहां से मिली? यह सवाल भी बड़ा था। वजह कोई दलाल बिना किसी सरपरस्ती के अवैध स्टैैंड नहीं बनवा सकता। इस पर सूत्रों से पता चला कि जिस बिल्डिंग में ऑफिस चलता है। वहां का चौकीदार इस खेल के पीछे है। चौकीदार का इतना रसूख इसलिए हैैं क्योंकि उसका मालिक कोई आम आदमी नहीं बल्कि देश की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी सेवा में है। 

कुछ समय पहले चला था बुलडोजर 

संभागीय परिवहन विभाग के दफ्तर के बाहर पहले केवल काफी दलाल बैठते थे। उन्हें हटाने के लिए परिवहन अधिकारियों ने प्रशासन और स्थानीय पुलिस की मदद से कुछ समय पहले बुलडोजर चलवाया था। यहां परिवहन विभाग के अधिकारियों ने पौधरोपण किया था। लेकिन अवैध स्टैैंड के लिए बगीचा उजाड़ दिया गया।


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