आखिर मिली गई बरेली में बाघिन की लोकेशन, जानें बाघिन को पकड़ने के लिए अब क्या किए जा रहे प्रयास
फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में 13 मार्च 2020 से घूम रही बाघिन को पकड़ने के लिए वन विभाग ने एक बार फिर से ऑपरेशन टाइगर शुरू कर दिया है। पिछले तीन दिन से बाघिन का मूवमेंट रबर प्लांट व चूना कोठी कोयला प्लांट के पास मिल रहा है।
बरेली, जेएनएन। फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में 13 मार्च 2020 से घूम रही बाघिन को पकड़ने के लिए वन विभाग ने एक बार फिर से ऑपरेशन टाइगर शुरू कर दिया है। बीते माह रामगंगा खादर के गांव गोरा हेमराजपुर में खेत पर काम कर रहे दो किसानों पर बाघिन ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। तब से बाघिन की बढ़ाई गई तलाश में बाघिन की लोकेशन लगातार रबर फैक्ट्री में मिल रही है।
तीन दिन से बाघिन का मूवमेंट रबर प्लांट व चूना कोठी, कोयला प्लांट के पास मिल रहा है। जिसके बाद रविवार को वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया (डब्ल्यूटीआइ) व पीलीभीत टाइगर रिजर्व के वन्यजीव विशेषज्ञ व वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में टीम ने तीन दिनों से मिल रही बाघिन की लोकेशन वाले रबर फैक्ट्री प्लांट पर अलग-अलग जगहों पर दो जगह पड्डा बांधे हैं। प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल ने बताया कि बाघिन को पकड़ने के लिए डब्ल्यूटीआइ व वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ देहरादून के विशेषज्ञ लगे हुए हैं। बाघिन का लगातार लोकेशन व मूवमेंट विशेषज्ञों को मिल रहा है। जिसके आधार पर उसे ट्रेंक्युलाइज करने के लिए केवल सही समय व पर्याप्त स्थान का इंतजार किया जा रहा है। बाघिन को पकड़ने के लिए विभाग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है।