Corona virus से बचाने के लिए प्रदेश की डेढ़ दर्जन चीनी मिलें तैयार करेंगी सैनिटाइजर Shahjahanpur News
सूबे की शुगर मिल चीनी के साथ जैव उत्पाद से सैनिटाइजर का भी उत्पादन करेंगी। चीनी व एथनॉल उत्पादन से जुड़े 12 समूहों ने इसके लिए आवेदन कर दिया है।
शाहजहांपुर, नरेंद्र यादव । सूबे की शुगर मिल चीनी के साथ जैव उत्पाद से सैनिटाइजर का भी उत्पादन करेंगी। चीनी व एथनॉल उत्पादन से जुड़े 12 समूहों ने इसके लिए आवेदन कर दिया है, जिनको अनुमति उन्हें दी जा रही है। इन चीनी मिलों में रोजाना करीब 25 हजार लीटर तक कोरोना का रक्षाकवच (सैनिटाइजर) का उत्पादन किया जाएगा।
प्रदेश के प्रमुख सचिव आबकारी व गन्ना विकास व चीनी मिल संजय आर भूसरेड्डी ने सैनिटाइजर उत्पादन के लिए मुख्य उत्पाद आरएस (रैक्टीफाइट स्प्रिट), इएनए (एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल) बनाने वाली चीनी मिलों को सैनिटाइजर उत्पादन का ऑफर दिया है। प्रदेश में चीनी उत्पादन से जुड़े समूहों ने प्रमुख सचिव की पहल को हाथो हाथ लिया।
डालमियां समूह की शाहजहांपुर स्थित निगोही चीनी मिल तथा सीतापुर की जवाहरपुर में सैनिटाइजर उत्पादन शुरू हो गया है। बलरामपुर समूह ने बलरामपुर तथा लखीमपुर खीरी जिले की गुलरिया चीनी मिल में एक- एक हजार लीटर, धामपुर ने 5000 लीटर उत्तम समूह, बिड़ला, दौराला, मवाना, मसौधा, ऐरा, डीएससीएल हरियावां, बिसवां मिल समेत त्रिवेणी समूह की मुजफ्फरनगर आसवनी में भी सैनिटाइजर उत्पादन को हरी झंडी दे दी गई है।
एक क्विंटल गन्ना से करीब 12-13 फीसद चीनी, 22 फीसद बगास तथा करीब 4.5 फीसद शीरा बनता है। शीरे से 20 से 22 फीसद के करीब सैनिटाइज के मुख्य अवयव स्प्रिट का उत्पादन किया जाता है। - संजय आर भूसरेड्डी, प्रमुख सचिव
इन चीनी मिलों में शुरू हुआ उत्पादन
निगोही चीनी मिल शाहजहांपुर -1000 लीटर
बलरामपुर चीनी मिल -1000 लीटर
गुलरिया चीनी मिल खीरी -1000 लीटर
बरकातपुर चीनी मिल बिजनौर -2000 लीटर
हरगांव चीनी मिल सीतापुर -2000 लीटर
स्योहारा आसवनी -2000 लीटर
जवाहरपुर चीनी मिल सीतापुर -1000 लीटर
दौराला समूह मेरठ -2000 लीटर
धामपुर चीनी मिल -5000 लीटर